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6.5.10

मानव अधिकार सुरक्षा संघ की टीम ने कैराना (उत्तरप्रदेश ) का दौरा किया

शिक्षा ही उन्नति का मार्ग है : खान

कैराना, (उत्तरप्रदेश) : देश की अग्रणी सामाजिक संस्था मानव अधिकार सुरक्षा संघ की टीम ने कैराना का दौरा किया। कैराना कस्बे के लोगों ने संघ की टीम का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद कैराना के गण्यमान्य व बुद्धिजिवियों बातचीत करते हुए संघ के अध्यक्ष अकबर खान ने कहा कि यह संगठन पूरी तरह से गैरराजनीतिक है तथा इसका मुख्य मकसद निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करना है। वैसे तो संघ विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्य करता है, लेकिन किरण क्षेत्र में उनका मुख्य ध्यान शिक्षा के क्षेत्र में ही रहेगा, क्योंकि वह समझते हैं कि शिक्षा ही उन्नति का मार्ग है। अगर व्यक्ति गरीब है और पढ़ालिखा है तो भी वह तरक्की कर सकता है, लेकिन अनपढ़ आमतौर पर जीवन में कामयाब नहीं हो पाता। सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून पास किया है। इस कानून की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब इसको पूरे देश में अच्छे ढंग से लागू किया जाएगा। भारत अपने आप में कितना ही आगे क्यों ना चला गया हों, लेकिन शिक्षा के मामले में वह पिछड़ा हुआ है। इसी पिछड़ेपन को दूर करने का बीड़ा "मानव अधिकार सुरक्षा संघ" ने उठाया है। संघ ने शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए रोशनी नामक प्रोजेक्ट हाथ में लिया है। इसी प्रोजेट को लेकर संघ की टीम कैराना में आई है। उन्होंने कैराना को इसलिए चुना है यह क्षेत्र शिक्षा के दृष्टिकोण से बिल्कुल पिछड़ा हुआ है। यहां के शिक्षा के मामले में पिछड़ेपन का इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कैराना तहसील के काकोर गांव में आज तक भी कोई सरकारी या गैर सरकारी स्कूल नही है। उन्होंने बताया कि जल्द भविष्य में संघ कैराना में एक एकल स्कूल स्थापित करने की योजना बना रहा है जिसमे ओउप्चारिक व अनौपचारिक दोनों तरह की शिक्षा दी जाएंगी। इस मौके पर कैराना के पार्षद सुनील धीमान, रियासत अली काबिस, पत्रकार अंसार सिद्दकी व पत्रकार ताराचंद सैनी सहित अन्य काफी मौजिज लोगों ने संस्था की शिक्षा के प्रति सोच के प्रति भूरी-भूरी प्रसंसा करते हुए कहा कि कैराना के लिए यह बड़े सौभाग्य की बात है कि कोइ संस्था इतनी दूर से चलकर कुछ करने के लिए खुद उनके कस्बे में आई है। कैराना के लोगों ने संघ केपदाधिकारियों को आश्र्वासन दिलाया कि यहां पर संघ द्वारा किए जाने वाले हर कार्य में कस्बे के लोग उनकी पूरी मदद करेंगे।
बाद मै मशहूर ब्लॉगर उमर कैरानवी ने संघ की टीम का उन तालाबों व महलों का दौरा करवाया जिनका जिक्र बादशाह जहांगीर ने अपनी किताब में किया है। संघ के सदस्य कैराना के उस स्थान पर भी गए जहां पर मुस्लिमधर्म में
पवित्र माने जाने वाला खजूर का पेड़ तथा हिंदू धर्म में पवित्र माने जाने वाला पीपल का पेड़ आपस में आलिंगनबद्ध हैं। कैराना के लोग इस स्थान को हिंदू व मुस्लिम एकता का प्रतीक मानने के साथ-साथ बहुत ही पवित्र मानते हैं। इस स्थान पर एक मजार भी बनी हुई है। कैराना में गई संघ की टीम में संघ के अध्यक्ष अकबर खान के साथ प्रवीण शुक्ला, विनोद पांडेय, विपिन चौधरी, विनोद वर्मा व सुमेर मलिक शामिल थे।

1 टिप्पणियाँ:

हमारी शुभ-कामनाएं. शिक्षा के क्षेत्र में भी फोकस महिला पर अवश्य किया जाए!

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