7:51 pm
बेनामी
जींद (हरयाणा) :- जिले में बुधवार को शहीदी दिवस पर शहर में अनेक जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन करकें शहीदों को याद किया गया।
कार्यक्रमों में शहीदों के अधूरे रह गए सपनों को पूरा करने की शपथ ली गई। शहीदी स्मारक पर हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस के मौकें पर पुलिस अधीक्षक सतीश बालन, अतिरिタत उपायुタत बीबी कौशिक तथा अन्य अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को याद किया। पुलिस के जवानों ने सैन्य परंपरा के अनुरूप शस्त्र झुकाकर व मातमी धुन बजाकर शहीदों को नमन किया। अतिरिタत उपायुタत बीबी कौशिक ने कहा कि देश की आन बान और शान पर मर मिटने वाले शहीद किसी जाति विशेष केञ् नहीं होते। वे समूचे राष्ट्र की धरोहर होते हैं। उन्होंने कहा
कि देश को आजाद कराने में अनेकों वीरों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कुर्ञ्बानियां दी। आजादी केञ् लंबे संघर्ष में अनेकों जाने अनजाने देश भタतों ने शहादत दी। उनहोंने कहा कि आजादी केञ् बाद भी देश की अखंडता को बरकरार रखने में भारतीय सैनिकों का कोई जवाब नहीं है। आज हम देशभタतों की बदौलत ही खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। इस मौकेञ् पर अतिरिタत पुलिस अधीक्षक सिमरनजीत सिंह, एसडीएम एसबी लोहिया, जिला खेल अधिकारी मनजीत खेड़ा, सेवानिवृत मेजर जनरल एसी मंगला आदि मौजूद थे।
7:46 pm
बेनामी
जींद (
हरियाणा) :-
जिलेभर में बुधवार को निवर्तमान शिक्षा एवं परिवहन मंत्री मांगेराम गुप्ता,
पूर्व मंत्री एवं हजकां नेता बृज मोहन सिंगला,
निर्दलीय उमीदवार बलवंत सिंह दालमवाला,
सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राजू मोर,
इनेलो प्रत्याशी कलीराम
पटवारी,
नरवाना विधानसभा से इनेलो प्रत्याशी पृ
थी सिंह सहित सोलह प्रत्याशियों ने अपने अपने क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारियों के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किए। जींद विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान परिवहन तथा शिक्षा मंत्री मांगेराम गुप्ता अपने समर्थकों सहित पुरानी अनाज मंडी में एकत्रित हुए। बाद में जलूस की शタ
ल में शタ
ति प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और निर्वाचन अधिकारी बीएस लोहिया के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। गुप्ता के कवरिंग प्रत्याशी के रूप में उनकें बेटे महाबीर गुप्ता ने अपना नामांकन दाखिल किया और अपनी चल अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया। हजकां नेता एवं पूर्व मंत्री बृज मोहन सिंगला अपने समर्थकों के साथ रेलवे जंタ
शन पर एकत्रित हुए और जलूस की शタ
ल में शタ
ति प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। निर्दलीय एवं समाजसेवी बलवंत सिंह दालमवाला अपने गांव से ही समर्थकों के साथ काफिले के रूप में जींद पहुंचकर निर्वाचन अधिकारी बीएस लोहिया के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सफीदों विधानसभा क्षेत्र से इनेलो प्रत्याशी कलीराम पटवारी,
भाजपा प्रत्याशी राजू मोर शタ
ति प्रदर्शन करते हुए सफीदों लघु सचिवालय पहुंचे और एसडीएम सत्यवान इंदौरा के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। दोनों प्रत्याशियों के नौ समर्थकों ने कवरिंग प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किए। दोनों प्रत्याशियों ने अपना मुチ
य व्यवसाय खेतीबाड़ी बताया। नरवाना विधानसभा से इनेलो प्रत्याशी पिरथी सिंह ने अपने समर्थकों सहित लघु सचिवालय में निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में अपना नामांकन पत्र जमा करवाया।
8:27 am
sureda
जिला जींद के ज्यादातर किसानों की तरह निडाना निवासी पंडित चन्द्र पाल ने भी अपने खेत में एक एकड़ बी.
टी.
कपास लगा रखी है। इस कपास की फसल में देसी शहद की मक्खियों ने अपना छत्ता बना कर डेरा
जमा रखा है।
एक महिना पहले जब पंडित जी ने इस छाते को देखा तो खुशी के मारे उछल पड़ा था। उछले भी क्यों न!
चन्द्र पाल ने एक लंबे अरसे के बाद देसी शहद की मक्खियों का छत्ता देखा था,
वो भी ख़ुद के खेत में। इस जानकारी को घरवालों व पड़ोसियों से बांटने के लिए,
वह अपने आप को रोक नहीं पाया था। चाह ऎसी ही चीज होती है। इसी चक्कर में,
पंडित जी ने रोज खेत में जाकर इस छत्ते को संभालना शुरू कर दिया। कुछ दिन के बाद उसका ध्यान इस बात की तरफ गया कि ये मक्खियाँ इस खेत में कपास के फूलों पर नहीं बैठ रही। मज़ाक होने के डर से उन्होंने हिच्चकते--
हिच्चकते अपनी इस बात को गावं के भू.
पु.
सरपंच रत्तन सिंह से साझा किया. दोनों ने मिलकर इस बात को लगातार तीन दिन तक जांचा व परखा। मन की मन में लिए,
रत्तन सिंह ने इस वस्तुस्थिति को अपना खेत अपनी पाठशाला के बाहरवें सत्र में किसानों के सामने रखा।
तुंरत इस पाठशाला के 23
किसान व डा.
सुरेन्द्र दलाल कपास के इस खेत में पहुंचे। आधा घंटा इस खेत में माथा मारने के बावजूद किसी को भी कपास के फूलों पर एक भी मक्खी नजर नहीं आई। यह तथ्य सभी को हैरान कर देने वाला था। बी.
टी.
टोक्सिंज,
कीटों की मिड-
गट की पी.एच.,व कीटों
में इस जहर का स्वागती-
स्थल आदि के परिपेक्ष में इस तथ्य पर पाठशाला में खूब बहस भी हुई। पर कोई निचोड़ ना निकल सका।
हाँ! डा.सुरेन्द्र दलाल ने उपस्थित किसानों को इतनी जानकारी जरुर दे दी की उसने स्वयं अपनी आँखों से पिछले वीरवार को ललित खेडा से भैरों खेडा जाते हुए सड़क के किनारे एक झाड़ी पर इन देसी शहद की मक्खियों को देखा है। देसी झाड़ के छोटे--छोटे फूलों पर इन मक्खियों को अपने भोजन व शहद के लिए लटोपिन हुए देखने वालों में भैरों खेडा का सुरेन्द्र, निडाना का कप्तान व पटवारी रोहताश भी शामिल थे।
इस तथ्य को हम विश्लेषण हेतु इंटरनेट के मध्यम से जनता के दरबार में प्रस्तुत कर रहे हैं।
7:36 pm
बेनामी
जींद (हरयाणा):- रेलवे पुलिस ने बरसोला रेलवे स्टेशन पर चार माह पूर्व सहायक स्टेशन मास्टर से मारपीट करने, फिरौती मांगने तथा जान से मारने की धमकी देने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने उसे जेल भेजने के आदेश दिए हैं। बरसोला रेलवे स्टेशन पर कार्यरत सहायक स्टेशन मास्टर लाल सिंह ने रेलवे पुलिस को दी शिकायत में बताया कि २९ मई २००९ को वह स्टेशन पर तैनात था। उसी समय गांव बरसोला निवासी बिजेंद्र अपने एक अन्य साथी के साथ शराब पीकर स्टेशन पर आया। जब उसने दोनों को स्टेशन से जाने के लिए कहा तो दोनों उसके साथ मारपीट करने लगे। इस दौरान उन्होंने पिस्तौल दिखाकर उसे जान से मारने की धमकी भी दी। रेलवे पुलिस ने लाल सिंह की शिकायत पर बिजेंद्र तथा एक अन्य युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरूं कर दी थी। सोमवार रात को पुलिस ने आरोपी गांव जुलानी निवासी प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया।
7:32 pm
बेनामी
जींद(हरयाणा) : गांव गांगोली में चमत्कार से नोट दोगुने करने का झांसा देकर एक युवक से पचास हजार रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आया है। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने पीडि़त युवक की शिकायत पर जादूई शタति का दावा करने वाले व्यタति तथा एक अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी तथा जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज किया है।
गांव काबड़ी (पानीपत) निवासी संदीप कुञ्मार ने पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गांव के ही रोहताश का गांव गांगोली निवासी धर्मबीर के पास आना जाना था। रोहताश ने उसे बताया कि धर्मबीर में देवीय शタति है। वह अपनी देवीय शタति के आधार पर किसी की भी किस्मत को चमका सकता है। रोहताश के साथ वह धर्मबीर से मिलने गांव गांगोली आ गया। धर्मबीर ने उसे आश्वासन दिया कि वह अपनी देवीय शタति से उसकी आर्थिक दशा को सुधारकर सुविधा संपन्न बना देगा।
इसी झांसे में आकर नौ सितंबर को पचास हजार रुपये लेकर वह रोहताश के साथ धर्मबीर के पास गांव गांगोली पहुंचा। धर्मबीर ने काले लिफाफे में पचास हजार रुपये की राशि रखकर कुछ मंत्रोच्चारण किया। कुछ समय के पश्चात उसे काले रंग का लिफाफा थमा कर घर पहुंचकर दो दिन बाद खोलने को कहा। धर्मबीर ने उसे बताया कि उसकी राशि दोगुनी हो जाएगी। जब उसने बताये समयानुसार लिफाफा खोला तो उसमें कागजों के सिवाए कुछ नहीं था। जब उसने धर्मबीर तथा रोहताश से पैसे वापस मांगे तो उन्होंने लौटाने से मना कर दिया और साथ ही जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने धर्मबीर तथा रोहताश के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरूं कर दी है।
10:27 am
Vipin Behari Goyal
ट्विटर माइक्रो ब्लोगिंग की दुनिया का मशहूर नाम है.और यह साईट हिंदी में भी पोस्ट स्वीकार करती है.यही नहीं इस साईट की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पेज की सीधे हाथ वाली साइड बार में आपको ट्रेंडिंग टोपिक की सूची दिखाई देगी इसमें #Hindi भी चल रहा है.अगर न भी दिखे तो #Hindi लिख कर जो भी पोस्ट डालेंगे वो आपके होम पेज के अलावा इस टोपिक के पेज पर भी दिखेगा.मैं काफी समय से इस साईट पर हूँ
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7:37 pm
बेनामी
जींद:- आजकल आटो चालकों को नया शौक चढ़ा है। यह शौक है अपनी गाड़ी में सीडी स्क्रीन लगाने का ताकि यह गाड़ी चलाते समय फिल्म व गानों का आनंद ले सकें। यह चालक गाड़ी चलाते समय सीडी स्क्रीन पर फिल्म व गाने चलाते है, जिससे दुर्घटना होने का खतरा हमेशा बना रहता है, लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने चालकों के इस शौक पर कदम उठाने का बीड़ा नहीं उठाया है। आटो चालकों की मनमानी के चलते कई बार सड़क हादसे हो चुके है। इन हादसों के बाद प्रशासन कुछ कदम तो उठा लेते है, लेकिन कुछ दिनों बाद वही ढाक के तीन पात वाली कहावत पर चलते हुए अपने आदेशों को भूल जाते हैं। जींद शहर में पांच हजार से अधिक आटो है। ये आटो चालक अपनी मनमानी करते है। इनमें से ज्यादातर आटो चालकों के पास तो लाइसेंस भी नहीं है और न ही इनके कागजात पूरे है। ये चालक इतनी तेजी से वाहन चलाते है अंदर बैठे यात्री गाड़ी को पकड़कर बैठते है ताकि वह गिर न जाए। प्रशासन भी इन पर लगाम लगाने के लिए सिर्फ खानापूर्ति कर साल में एकाध बार पकड़ता जरूर है, लेकिन चालान भुगतकर फिर ये यमदूत सड़कों पर उतर आते है। पिछले कुछ माह में हुए हादसे भी इस बात का गवाह है कि चालकों की अनदेखी के कारण ही यह हादसे घटित होते है। आटो चालकों के शौक भी अलग-अलग है। एक तो बिना टेप-रिकार्डर इनकी गाड़ी आगे नहीं बढ़ती है। अब दिन-प्रतिदिन एक और नया शौक चढ़ गया है, जोकि इनमें यात्रा करने वालों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इन चालकों ने अपनी गाड़ियों में अब सीडी स्क्रीन लगानी शुरू कर दी है ताकि वह फिल्म देख सके। आटो चालक अपनी गाड़ियों को वीडियो कोच बनाने का मन बना चुके है, लेकिन इस तरफ न तो प्रशासन और न ही किसी बडे़ अधिकारी का ध्यान गया है। यदि यह स्क्रीन ऐसे ही लगती रही तो दुर्घटनाएं बढ़ने का खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा। जींद शहर में कई दर्जन ऐसे आटो देखे जा सकते है।