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24.12.09

राठौर प्रकरण में जनता को भ्रमित करने के प्रयास की निंदा

चंडीगढ़: इनेलो ने रूचिका मामले में लोगों का ध्यान एसपीएस राठौर को बचाने वाले असली दोषियों से हटाकर जनता को भ्रमित करने के प्रयासों की कड़े शब्दों में निन्दा की है। इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला ने कभी किसी दोषी को बचाने का प्रयास नहीं किया और एसपीएस राठौर को बचाने का प्रयास कांग्रेस की सरकार में किया गया और असली दोषियों को बचाने के लिए अब कुछ शरारती तत्वों द्वारा कांग्रेस के कुकृत्यों पर पर्दा डालने के लिए घटिया हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि रूचिका के साथ जब छेड़छाड़ हुई और जब रिपोर्ट आई उस समय ओमप्रकाश चौटाला मुख्यमन्त्री नहीं थे। उन्होंने कहा कि रूचिका के भाई व परिवार के साथ हुई ज्यादतियों व रूचिका द्वारा आत्महत्या किए जाने के समय भी प्रदेश में भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। उन्होंने कहा कि कांगे्रस सरकार ने न सिर्फ राठौर के खिलाफ चल रही चार्जशीट को रद्द किया बल्कि उन्हें पदोन्नति भी दी गई। उन्होंने कहा कि इनेलो अब भी मधुबन सैक्स स्कैंडल में हरियाणा के दो मौजूदा आला अधिकारियों के संलिप्त होने के आरोपों की इनेलो द्वारा सीबीआई से जांच करवाए जाने की मांग कर चुकी है। इनेलो द्वारा इस मामले में राज्यपाल को ज्ञापन दिए जाने के बाद मौजूदा कांग्रेस सरकार बेहद तिलमिलाई हुई है और इस मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए बेवजह झूठी बयानबाजी करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि रूचिका मामले व मधुबन सैक्स स्कैंडल से जुड़े सभी मामलों की भी अविलम्ब सीबीआई अथवा अन्य किसी भी स्वतन्त्र जांच एजेंसी से जांच करवा ली जानी चाहिए ताकि वास्तविकता सामने आ सके। उन्होंने कहा कि रूचिका मामले को लेकर मीडिया द्वारा करवाई जा रही जनबहस का इनेलो स्वागत करती है लेकिन यह बहस तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए और बिना तथ्यों के किसी राजनेता की छवि को धूमिल करने के गैर जिम्मेदाराना प्रयासों की सराहना नहीं की जा सकती। अजय सिंह चौटाला ने घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा देते हुए कहा कि 12 अगस्त, 1990 को जब रूचिका के साथ एसपीएस राठौर द्वारा छेड़छाड़ की गई। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर राठौर के खिलाफ 16 अगस्त को गृह सचिव व मुख्यमन्त्री सहित विभिन्न आलाधिकारियों को शिकायत की गई। उस समय प्रदेश में चौधरी हुकम सिंह मुख्यमन्त्री थे। उन्होंने 17 अगस्त को डीजीपी आरआर सिंह से मामले की जांच करने को कहा। इस मामले में पुलिस के पास 18 अगस्त, 1990 को रपट रोजनामचा (डीडीआर नंबर-12) दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच करने के बाद डीजीपी आरआर सिंह ने 3 सितम्बर, 1990 को कहा कि प्रारम्भिक तौर पर राठौर के खिलाफ मामला बनता है और इस मामले में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। बाद में बने डीजीपी आरके हुड्डा व उस समय के गृह सचिव ने एफआईआर की बजाय राठौर को चार्जशीट किए जाने की सिफारिश की। उस समय के गृह मन्त्री ने 12 मार्च, 1991 को और मुख्यमन्त्री हुकम सिंह ने 13 मार्च, 1991 को इससे सहमति जता दी। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुकम सिंह 22 मार्च, 1991 तक प्रदेश के मुख्यमन्त्री रहे और उसके बाद 22 मार्च, 1991 से 6 अप्रैल, 1991 तक सिर्फ दो हफ्तों के लिए ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश के मुख्यमन्त्री बने लेकिन इस दौरान यह मामला उनके पास नहीं आया। उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल, 1991 से 22 जुलाई, 1991 तक प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू रहा और राष्ट्रपति शासन के दौरान ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए। इस दौरान 28 मई, 1991 को एसपीएस राठौर को दी जाने वाली चार्जशीट अप्रूव कर दी गई। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद प्रदेश में भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार बनी। यह सरकार 23 जुलाई, 1991 से 9 मई, 1996 तक रही। इस दौरान राठौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर मामला फिर आया और इस सम्बन्ध में उस समय के एलआर से कानूनी राय ली गई। उस समय के एलआर आरके नेहरू ने 30 जून, 1992 को दी गई कानूनी राय में यह बात कही कि यह एफआईआर तो वैसे भी एसएचओ द्वारा दर्ज कर दी जानी चाहिए थी क्योंकि इस सम्बन्ध में रपट रोजनामचा 18 अगस्त, 1990 को पहले से ही दर्ज है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पहले एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो इस एफआईआर को तुरन्त बिना देरी के दर्ज कर लिया जाना चाहिए और अदालत में ट्रायल के दौरान यह बात स्पष्ट की जा सकती है। एलआर की कानूनी राय के बावजूद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई और उस समय भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि भजनलाल की सरकार के दौरान रूचिका के भाई आशु के खिलाफ चोरी की छह एफआईआर दर्ज की गई। 6 अक्तूबर, 1992 को एफआईआर नंबर-39, 30 मार्च, 1993 को एफआईआर नंबर-473, 10 मई, 1993 को एफआईआर नंबर-57, 12 जून, 1993 को एफआईआर नंबर-96, 30 जुलाई, 1993 को एफआईआर नंबर-127 और 4 सितम्बर, 1993 को एफआईआर नंबर-147 दर्ज की गई। ये सभी एफआईआर धारा 379 के अन्तर्गत दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि 23 अक्तूबर, 1993 को हरियाणा पुलिस ने रूचिका के भाई आशु को घर से उठा लिया और दो महीने तक अवैध हिरासत में रखा गया और उस पर कार चोरी के 11 मामले बनाए गए। उस समय प्रदेश में भजनलाल की सरकार थी। उन्होंने कहा कि 28 दिसम्बर, 1993 को रूचिका ने आत्महत्या कर ली और 29 अगस्त को पुलिस ने आशु को छोड़ दिया। यह घटना भी भजनलाल सरकार में घटी। इनेलो के प्रधान महासचिव ने घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए कहा कि इसके बाद अप्रैल, 1994 में भजनलाल सरकार ने रूचिका छेड़छाड़ के मामले में एसपीएस राठौर के खिलाफ चल रही चार्जशीट को चुपचाप तरीके से खत्म कर दिया और 4 नवम्बर, 1994 को भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने राठौर को पदोन्नत करके आईजी से अतिरिक्त डीजीपी बना दिया। उन्होंने कहा कि11 मई, 1996 को प्रदेश में बंसीलाल के नेतृत्व में हविपा की सरकार बन गई जो कि 23 जुलाई, 1999 तक रही। बंसीलाल की सरकार में राठौर एडिशनल डीजीपी जेल के पद पर थे और एक कैदी की पेरोल के मामले को लेकर उन्हें 5 जून, 1998 को निलम्बित किया गया और कैदी के पेरोल के मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए गए। बंसीलाल सरकार ने ही 3 मार्च, 1999 को राठौर को वापिस बहाल कर दिया। उन्होंने कहा कि इसी बीच 21 अगस्त, 1998 को सीबीआई ने रूचिका छेड़छाड़ मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि 20 मई, 1999 को बंसीलाल सरकार के समय ही राठौर व एसके सेठी को डीजीपी बनाने के लिए विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक हुई और एसके सेठी को डीजीपी बना दिया गया और बैठक में कहा गया कि राठौर के खिलाफ कैदी की पेरोल के मामले को लेकर विभागीय जांच अभी लम्बित है इसलिए विभागीय जांच रिपोर्ट आने तक पदोन्नति न दी जाए। 30 सितम्बर को विभागीय जांच रिपोर्ट में उनके खिलाफ कैदी के पेरोल मामले में आरोपों की पुष्टि न होने पर उन्हें भी 20 मई, 1999 से पदोन्नति मिल गई। अजय सिंह चौटाला ने कहा कि दिसम्बर 2000 में सीबीआई ने राठौर को रूचिका छेड़छाड़ मामले में दोषी ठहराते हुए उन्हें चार्जशीट कर दिया और इनेलो की सरकार ने उन्हें तुरन्त डीजीपी पद से हटा दिया। उसके बाद अदालत में मामले की सुनवाई चली। इसी दौरान राठौर 2002 में रिटायर हो गए और अब अदालत ने नौ साल की सुनवाई के बाद उन्हें छह महीने के कैद और एक हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। हम अदालत के फैसले का पहले ही स्वागत कर चुके हैं और हमारा मानना है कि ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन पुलिस कर्मचारियों ने रूचिका के परिवार के साथ ज्यादतियां की है और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी ही चाहिए और रूचिका के परिवार को भी मुआवजा मिलना चाहिए। इनेलो नेता ने कहा कि राठौर मामले से उनका बेवजह नाम जोड़े जाना और बेवजह किसी को बदनाम करने के लिए किसी का नाम घसीटे जाना और झूठे आरोप लगाए जाना बेहद शर्मनाक है और मीडिया को भी किसी पर आरोप लगाने से पहले कम से कम सम्बन्धित तथ्यों व उनसे जुड़ी हुई बातों की पुष्टि जरूर कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि असल में रूचिका के मामले की पैरवी जिस जोरदार तरीके से रूचिका की दोस्त आराधना व उनके परिवार वालों ने की वे सच में बधाई के पात्र हैं और उन्हें इस बात की प्रशंसा मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि 1991 से 1999 तक भजनलाल व बंसी लाल की सरकारें थी और उन सरकारों की विफलताओं और बेकायदगियों को किसी अन्य के जिम्मे मड़े जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

रूचिका छेड़छाड़ व आत्महत्या कांड का तिथि अनुसार ब्यौरा

रूचिका के साथ 12 अगस्त, 1990 को उस समय के आईजी व लोन टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष एसपीएस राठौर ने छेड़छाड़ की थी।
इस सम्बन्ध में 16 अगस्त को गृह सचिव व मुख्यमन्त्री सहित विभिन्न आलाधिकारियों को शिकायत की गई। उस समय प्रदेश में चौधरी हुकम सिंह मुख्यमन्त्री थे। उन्होंने 17 अगस्त को डीजीपी आरआर सिंह से मामले की जांच करने को कहा। इस मामले में पुलिस के पास 18 अगस्त, 1990 को रपट रोजनामचा (डीडीआर नंबर-12) दर्ज की गई।
मामले की जांच करने के बाद डीजीपी आरआर सिंह ने 3 सितम्बर, 1990 को कहा कि प्रारम्भिक तौर पर राठौर के खिलाफ मामला बनता है और इस मामले में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। बाद में बने डीजीपी आरके हुड्डा व उस समय के गृह सचिव ने एफआईआर की बजाय राठौर को चार्जशीट किए जाने की सिफारिश की। उस समय के गृह मन्त्री ने 12 मार्च, 1991 को और मुख्यमन्त्री हुकम सिंह ने 13 मार्च, 1991 को इससे सहमति जता दी।
हुकम सिंह 22 मार्च, 1991 तक प्रदेश के मुख्यमन्त्री रहे और उसके बाद 22 मार्च, 1991 से 6 अप्रैल, 1991 तक सिर्फ दो हफ्तों के लिए ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश के मुख्यमन्त्री बने लेकिन इस दौरान यह मामला उनके पास नहीं आया।
6 अप्रैल, 1991 से 22 जुलाई, 1991 तक प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू रहा और राष्ट्रपति शासन के दौरान ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए। इस दौरान 28 मई, 1991 को एसपीएस राठौर को दी जाने वाली चार्जशीट अप्रूव कर दी गई।
चुनाव के बाद प्रदेश में भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार बनी। यह सरकार 23 जुलाई, 1991 से 9 मई, 1996 तक रही। इस दौरान राठौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर मामला फिर आया और इस सम्बन्ध में उस समय के एलआर से कानूनी राय ली गई। उस समय के एलआर आरके नेहरू ने 30 जून, 1992 को दी गई कानूनी राय में यह बात कही कि यह एफआईआर तो वैसे भी एसएचओ द्वारा दर्ज कर दी जानी चाहिए थी क्योंकि इस सम्बन्ध में रपट रोजनामचा 18 अगस्त, 1990 को पहले से ही दर्ज है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पहले एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो इस एफआईआर को तुरन्त बिना देरी के दर्ज कर लिया जाना चाहिए और अदालत में ट्रायल के दौरान यह बात स्पष्ट की जा सकती है। एलआर की कानूनी राय के बावजूद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई और उस समय भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी।
भजनलाल की सरकार के दौरान रूचिका के भाई आशु के खिलाफ चोरी की छह एफआईआर दर्ज की गई। 6 अक्तूबर, 1992 को एफआईआर नंबर-39, 30 मार्च, 1993 को एफआईआर नंबर-473, 10 मई, 1993 को एफआईआर नंबर-57, 12 जून, 1993 को एफआईआर नंबर-96, 30 जुलाई, 1993 को एफआईआर नंबर-127 और 4 सितम्बर, 1993 को एफआईआर नंबर-147 दर्ज की गई। ये सभी एफआईआर धारा 379 के अन्तर्गत दर्ज की गई।
23 अक्तूबर, 1993 को हरियाणा पुलिस ने रूचिका के भाई आशु को घर से उठा लिया और दो महीने तक अवैध हिरासत में रखा गया और उस पर कार चोरी के 11 मामले बनाए गए। उस समय प्रदेश में भजनलाल की सरकार थी।
28 दिसम्बर, 1993 को रूचिका ने आत्महत्या कर ली और 29 दिसम्बर को पुलिस ने आशु को छोड़ दिया। यह घटना भी भजनलाल सरकार में घटी।
इसके बाद अप्रैल, 1994 में भजनलाल सरकार ने रूचिका छेड़छाड़ के मामले में एसपीएस राठौर के खिलाफ चल रही चार्जशीट को चुपचाप तरीके से खत्म कर दिया और 4 नवम्बर, 1994 को भजनलाल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने राठौर को पदोन्नत करके आईजी से अतिरिक्त डीजीपी बना दिया।
11 मई, 1996 को प्रदेश में बंसीलाल के नेतृत्व में हविपा की सरकार बन गई जो कि 23 जुलाई, 1999 तक रही। बंसीलाल की सरकार में राठौर एडिशनल डीजीपी जेल के पद पर थे और एक कैदी की पेरोल के मामले को लेकर उन्हें 5 जून, 1998 को निलम्बित किया गया और कैदी के पेरोल के मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए गए। बंसीलाल सरकार ने ही 3 मार्च, 1999 को राठौर को वापिस बहाल कर दिया।
इसी बीच 21 अगस्त, 1998 को सीबीआई ने रूचिका छेड़छाड़ मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए।
20 मई, 1999 को बंसीलाल सरकार के समय ही राठौर व एसके सेठी को डीजीपी बनाने के लिए विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक हुई और एसके सेठी को डीजीपी बना दिया गया और बैठक में कहा गया कि राठौर के खिलाफ कैदी की पेरोल के मामले को लेकर विभागीय जांच अभी लम्बित है इसलिए विभागीय जांच रिपोर्ट आने तक पदोन्नति न दी जाए। 30 सितम्बर को विभागीय जांच रिपोर्ट में उनके खिलाफ कैदी के पेरोल मामले में आरोपों की पुष्टि न होने पर उन्हें भी 20 मई, 1999 से पदोन्नति मिल गई।
दिसम्बर 2000 में सीबीआई ने राठौर को रूचिका छेड़छाड़ मामले में दोषी ठहराते हुए उन्हें चार्जशीट कर दिया और इनेलो की सरकार ने उन्हें तुरन्त डीजीपी पद से हटा दिया। उसके बाद अदालत में मामले की सुनवाई चली। इसी दौरान राठौर 2002 में रिटायर हो गए और अब अदालत ने नौ साल की सुनवाई के बाद उन्हें छह महीने के कैद और एक हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है।
हम अदालत के फैसले का पहले ही स्वागत कर चुके हैं और हमारा मानना है कि ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी ही चाहिए।
जिन पुलिस कर्मचारियों ने रूचिका के परिवार के साथ ज्यादतियां की है और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी ही चाहिए और रूचिका के परिवार को भी मुआवजा मिलना चाहिए।
लेकिन बेवजह किसी को बदनाम करने के लिए किसी का नाम घसीटे जाना और झूठे आरोप लगाए जाना बेहद शर्मनाक है और मीडिया को भी किसी पर आरोप लगाने से पहले कम से कम सम्बन्धित तथ्यों व उनसे जुड़ी हुई बातों की पुष्टि जरूर कर लेनी चाहिए।

सुरेश गोयल की नियुक्ति

सिरसा: ओल्ड बस स्टैण्ड मार्किट वैल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश मेहता ने एसोसिएशन की कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए पुराना बस स्टैण्ड स्थित विकास मैडिकोज के संचालक एवं प्रमुख समाजसेवी सुरेश कुमार गोयल को एसोसिएशन का वरिष्ठ उपप्रधान नियुक्त किया है। नरेश मेहता ने कहा कि श्री गोयल की नियुक्ति से मार्किट की समस्याओं को निपटाने में तीव्रता आएगी तथा यह पद उन्हें उनकी निष्ठा व मार्किट के हित में रूचि के चलते सौंपा गया है। इस अवसर पर नवनियुक्त उपप्रधान सुरेश गोयल ने एसोसिएशन का इस पद हेतु आभार व्यक्त किया तथा आश्वासन दिया कि वे इस पद को पूर्ण जिम्मेदारी से निभाएंगे तथा मार्किट के हितों के प्रति हमेशा प्रयासरत रहेंगे।

शिष्ट मण्डल द्वारा सूबे सिंह बैनीवाल को ऐलनाबाद विधानसभा हल्के की टिकट दी जाने की मांग

सिरसा: युवा नम्बरदार सुप्रीमो सूबे सिंह बैनीवाल के नेतृत्व में सैंकड़ों नम्बरदारों का एक शिष्ट मण्डल हरियाणा के मुख्यमंत्री चौ० भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से गत दिवस उनके चण्डीगढ़ स्थित निवास स्थान पर मिला। इस अवसर पर शिष्ट मण्डल ने ऐलनाबाद विधानसभा हल्का से सूबे सिंह बैनीवाल को टिकट देने की मांग की है। शिष्ट मण्डल ने कहा कि सूबे सिंह बैनीवाल युवा एवं उच्च शिक्षा प्राप्त हैं तथा इनके सभी स्थानीय कांगे्रसी नेताओं से मधुर सम्बन्ध रहे हैं। हरियाणा में नम्बरदारों की एक विशाल सेना है जिनकी संख्या 23096 है। सूबे सिंह बैनीवाल गत विधानसभा चुनावों में कांगे्रस के सिरसा से उम्मीदवार लछमण दास अरोड़ा के ग्रामीण चुनाव इन्चार्ज भी रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सूबे सिंह के ताऊ चौ० इन्द्राज सिंह बैनीवाल कांगे्रस की टिकट पर चौ० देवीलाल के सामने उपचुनाव लड़ चुके हैं। इसके अतिरिक्त ऐलनाबाद हल्के में बैनीवाल गौत्र के लगभग 18 हजार वोट हैं।

61 वां गणतन्त्र दिवस बडी धूमधाम से मनाया जाएगा:ख्यालिया

सिरसा: 61 वां गणतन्त्र दिवस आगामी 26 जनवरी को स्थानीय बरनाला रोड़ स्थित भगत सिंह स्टेडियम में बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा इस बार गणतंत्र दिवस का आयोजन एक विशेष थीम के आधार पर किया जाएगा। साक्षरता, स्वच्छता, स्वास्थ्य और संपन्नता के बिंदुओं को छूते हुए विषयों पर थीम तैयार किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त श्री युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने गत दिवस स्थानीय डीआरडीए के कांफ्रेंस हाल में गणतन्त्र दिवस समारोह की तैयारियों बारे बुलाई गई अधिकारियों की बैठक में दी इस अवसर पर जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सुभाष यादव, अतिरिक्त उपायुक्त डा. जे.गणेशन सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह में प्रस्तुत किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों को संविधान की प्रस्तावना, संविधान में प्रदत मौलिक अधिकारों और संविधान के नीति निदेशक सिद्धांतों से जोड़ा जाएगा ताकि आमजन को संविधान की महत्ता का बारीकी से पता चल सके। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह के कार्यक्रमों में साक्षरता, स्वच्छता, सपंन्नता और स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करते हुए बिंदूओं और संविधान में नीति निदेशक सिद्धांतों को छुते हुए बिंदुओं पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त डा. जे.गणेशन की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया है जो इस सारे कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार कर गणतंत्र दिवस समारोह के लिए कार्यक्रम तैयार करवाएगी। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को समारोह के दिन पुलिस, गृहरक्षी, राष्ट्रीय कैडेट कोर, स्काउट्स विभिन्न विद्यालयों के बच्चों की टुकडिय़ा परेड में शामिल होंगी समारोह में सिरसा की भिन्न-भिन्न शिक्षण संस्थाओं के 1000 से भी अधिक विद्यार्थी पी.टी शो में भाग लेंगे और शिक्षण संस्थाओं की ओर से संविधान के बिंदुओं को जागृत करते हुए ही भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत होंगे। उन्होंने बताया कि 21, 22 23 जनवरी को परेड में भाग लेने वाली सभी टुकडिय़ों का पूर्वाभ्यास करवाया जाएगा और 24 जनवरी को स्टेडियम में अन्तिम रिहर्सल करवाई जाएगी उन्होंने शिक्षा अधिकारियों परेड से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अन्तिम पूर्वाभ्यास के दिन परेड, पी.टी.शो, सांस्कृतिक कार्यक्रम अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पूरे परिधान में लेकर आएं उपायुक्त ने बताया कि समारोह में विभिन्न विभागों द्वारा विकास कार्यो को दर्शाती आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इन झांकियों को भी गणतंत्र समारोह के थीम संविधान में प्रदत मौलिक अधिकारों और नीति निदेशक सिद्धांतों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि सिरसा शहर में विशेष सफाई अभियान चलाकर शहर को साफ सुथरा बनाया जाएगा इस जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में जिला के गणमान्य व्यक्ति, स्वतंत्रता सेनानी, समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा उन्होंने कहा कि उत्कृष्टï कार्य करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों समाज में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित किया जाएगा। श्री ख्यालिया ने गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों से सम्बन्धित सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपना-अपना कार्य जिम्मेदारी से करें उन्होंने बताया कि समारोह में पीने के पानी की व्यवस्था जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी समारोह में बैरीकोटिंग की व्यवस्था कार्य लोक निर्माण विभाग के जिम्मे रहेगा इस प्रकार से बिजली सम्बन्धी कार्य बिजली विभाग के अधिकारी देखेंगे समारोह स्थल शहर में रंगबिरंगी झण्डियां लगाकर शहर को सजाया जाएगा उन्होंने बताया कि समारोह स्थल पर झण्डियां लगाने की जिम्मेवारी नगर परिषद तथा समारोह स्थल के बाहर झण्डियां लगाने की जिम्मेवारी हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड को सौंप दी गई है उन्होंने जिला के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपील की कि वे गणतंत्र दिवस समारोह में परिवार सहित उपस्थित होकर समारोह की शोभा बढ़ाएं

22.12.09

25 दिसंबर को होगा बहुजन समाज पार्टी की बैठक का आयोजन

सिरसा: जिला सिरसा में बहुजन समाज पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूत करने के लिए आगामी 25 दिसम्बर (शुक्रवार) को बहुजन समाज पार्टी की एक बैठक स्थानीय शिव चौक पर बीकानेर नर्सिंग होम के पास स्थित लव-कुश धर्मशाला में बुलाई गई है जिसमें प्रदेश महासचिव मूलचन्द राठी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। इस बैठक में बसपा के जिले भर के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भाग लेंगे। बैठक में जिला इकाई द्वारा पार्टी सुप्रीमो बहन मायावती के आगामी 15 जनवरी को जन्मदिवस के अवसर पर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके अतिरिक्त बैठक में आगामी दिनों में ऐलनाबाद में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में भी योजना बनाई जाएगी। यह जानकारी बसपा के जिला महासचिव भूषण लाल बरोड़ ने आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।

क्रिसमिस-डे के अवसर पर सैंट जेवियर संस्था को 51 हजार देने की घोषणा:गोबिंद कांडा

सिरसा: प्रमुख समाजसेवी एवं कांग्रेस नेता श्री गोबिंद कांडा आज स्थानीय सैंट जेवियर स्कूल में क्रिसमस-डे के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लेने पहुंचे। श्री कांडा ने स्कूल के स्टाफ और पढऩे वाले विद्यार्थियों को क्रिसमस-डे की बधाई दी। उन्होंने कहा कि सभी धर्म मानवता को शांति के रास्ते पर चलने की सीख देते है। अत: हम सबने मिलजुल कर देश और समाज के विकास के बारे में सोचना होगा तभी देश आगे बढ़ पाएगा। उन्होंने कहा कि प्रभु ईसा मसीह ने भी दुनिया को शांति और भाईचारे का संदेश दिया था। इसके साथ-साथ प्रभु ईसा मसीह ने सत्य के रास्ते पर चलकर समाज को नई दिशा दी थी। वर्तमान युग में प्रभु ईसा मसीह की शिक्षाओं को जीवन में उतारने की जरुरत है। इस समारोह में श्री गोबिंद कांडा ने सैंट जेवियर संस्था को 51 हजार रुपए की राशि देने की घोषणा की और कहा कि बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए किसी भी प्रकार से धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। इस मौके पर उनके साथ महावीर मोदी, सुरेंद्र मिचनाबाद, अमन सर्राफ, अंजनी गोयल सहित सैंट जेवियर स्कूल के स्टाफ के सदस्य उपस्थित थे।

गोबिंद कांडा ने सरकार द्वारा व्यापारियों एवं किसानों के हित में लिये गये निर्णयों का स्वागत किया

सिरसा: सुप्रसिद्ध समाजसेवी और कांग्रेस नेता श्री गोबिंद कांडा ने सरकार द्वारा व्यापारियों एवं किसानों के हित में लिए गए निर्णयों का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली यह पहली सरकार है जिसमें प्रदेश के प्रत्येक वर्ग के हितों को ध्यान में रखा है। ज्ञात रहे कि गत दिनों राज्य सरकार द्वारा कृषि सामग्री पर वैट से राहत दिलवाने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की है। उन्होंने बताया कि हरियाणा को गेहूं व धान जैसे खाद्यान्नों पर लगाए गए खरीद कर के कारण हुए 600 करोड़ रुपए के राजस्व घाटे की भरपाई करने और उर्वरकों व कीटनाशकों जैसे कृषि इनपुट पर वैट लगाने के लिए हरियाणा को छूट दिए जाने की सिफारिश की है। प्रदेश सरकार इन करों से राहत मिलने की बात प्रदेश के व्यापारी और किसान वर्ग को करोड़ों रुपए का लाभ होगा और सरकार के खजाने में भी राजस्व की वृद्धि होगी। कांग्रेस नेता गोबिंद कांडा ने सरकार के उस निर्णय का भी स्वागत किया है जिसमें सरकार द्वारा ग्रामीण दस्तकारों और छोटे दुकानदारों की ऋण सीमा को 35 हजार रुपए तक बढ़ाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छोटे एवं बड़े व्यापारियों के हित में अनेक ऐसे निर्णय लिए गए है जिन से हरियाणा के छोटे व्यापारी वर्ग को विशेष लाभ अर्जित हुआ है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक यूनिटों को अनावश्यक निरीक्षण से छुटकारा दिलवाने के लिए स्व-प्रमाणीकरण प्रणाली लागू की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा भी कर से मुक्ती दी गई है जिससे होटल व्यवसाय में छोटे व्यापारी वर्ग को लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में जो भी विकास निर्माण कार्य होंगे उन सब में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। शहर में गलियों के निर्माण कार्यों में निरन्तर निरीक्षण किया जाएगा। सड़क निर्माण के कार्य में किसी प्रकार की ठेकेदारों व अन्य एजेंसियों की कोताही सहन नहीं की जाएगी। शीघ्र ही सिरसावासियों को छोटे व बड़े निर्माण के कार्यों में सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे और विकास में सिरसा शहर एक मॉडल शहर होगा।

राज्य सरकार ने किया कृषि के मामले में यूनाईटेड ब्रेवरीज लिमिटिड कंपनी से समझौता

सिरसा: प्रदेश में कॉन्टे्रक्ट खेती को बढ़ावा देने और कृषि में और अधिक व्यावसायिकता लाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा जौ की खेती के लिए इस बार यूनाईटेड ब्रेवरीज लिमिटिड कंपनी के साथ समझौता किया गया है। इस कंपनी के साथ यह समझौता सिरसा सहित फतेहाबाद व गुडग़ांवों जिलो के लिए किया गया है। उक्त जानकारी देते हुए जिला उपायुक्त श्री युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि अनुबंध के तहत उपरोक्त तीन जिलों के किसानों की जौ की पैदावार यूनाईटिड ब्रेवरीज लिमिटिड कंपनी द्वारा सरकारी समर्थन मूल्य से 200 रुपए अधिक यानी 950 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाएगी। जौ का सरकारी समर्थन मूल्य 750 रुपए प्रति क्विंटल है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त सभी जिलों में जौ फसल की कास्त करने का लक्ष्य रखा गया है सिरसा जिला में इस बार 5 हजार एकड़ भूमि पर जौ फसल कास्त करने का लक्ष्य रखा गया है अभी तक जिला में 3 हजार से भी अधिक एकड़ भूमि पर जौ बिजाई की जा चुकी है। श्री ख्यालिया ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कॉन्ट्रेक्ट खेती का यह अनुबंध हैफेड एजेंसी के माध्यम से किया गया है। उन्होंने बताया कि जौ का उत्पादन जो बीयर बनाने के काम में किया जाता है पिछले कुछ दिनों में जौ के उत्पादन में निरन्तर गिरावट आ रही थी इसके उत्पादन को बढ़ाने के लिए अनुबंध के तहत किसानों को विशेष प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाएगी। हैफेड के जिला प्रबंधक श्री जोगेंद्र सिंह ने और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि किसानों की जौ फसल का बीमा करने पर भी एक बीमा कंपनी से बातचीत चल रही है। विभाग द्वारा निर्धारित पाला, फोग व अन्य मौसमी गतिविधियों में असंतुलन आता है तो किसानों को जौ फसल का बीमा भी दिया जाएगा। बीमा राशि पर किसी प्रकार के उत्पादन को नहीं आंका जाएगा। उत्पादन अधिक हो तब भी बीमे की राशि दी जा सकती है। गत वर्ष सिरसा व फतेहाबाद जिलों में जौ उत्पादक शत् प्रतिशत यानी 132 किसानों को छह लाख रुपए की राशि बीमा के रुप में मुहैया करवाई गई। जौ फसल के बीमे के लिए 575 रुपए प्रति एकड़ प्रीमियम लिया जाएगा जिसमें से किसान को मात्र 185 रुपए देने को होंगे। श्री जोगेंद्र सिंह ने बताया कि यूनाइटिड ब्र्रेवरीज कंपनी द्वारा जौ उत्पादन किसानों को बीज व दवाईयां खरीदने पर भी सब्सिडी मुहैया करवाई जाएगी। जब किसान की फसल तैयार होगी तो यह हैफेड की कॉप्रेटिव सोसाइटी द्वारा यूनाइटिड बैवरीज कंपनी को 950 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बेची जाएगी। इस प्रकार से जौ उत्पादक किसानों को फसल बेचने में किसी प्रकार की मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि अगर बाजार में इससे अधिक दाम बढ़ता है तो उसके अनुरुप किसानों को जौ का भाव दिलवाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जो भी किसान जिला में जौ फसल की बिजाई करते हुए उन्हें कृषि विशेषज्ञों की सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। यानी समय-समय पर कृषि विशेषज्ञ उनके खेत में जाकर फसल में मौसम से होने वाले फसल प्रभावित गतिविधियों की जानकारी देंगे। उन्होंने किसानों से अपील कि जौ फसल की अधिक से अधिक बिजाई करे जिसमें सिंचाई के लिए पानी की भी कम आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार से किसानों को फसल उत्पादन की लागम में इजाफा होगा और फसल बिक्री में भी इजाफा होगा।

20.12.09

खेलों पर खर्च होंगे 56 करोड़

सिरसा: प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए चालू वित्त वर्ष के दौरान 56 करोड़ 48 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी जो विगत विपक्षी सरकार के एक वर्षीय खेल बजट से दस गुणा अधिक है। यह बात हरियाणा के गृह उद्योग एवं खेल मंत्री श्री गोपाल कांडा ने स्थानीय जी.आर.जी स्कूल में आयोजित स्कूल स्तरीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन करने के पश्चात विद्यार्थियों, युवाओं व उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार खेलो के विकास के लिए कृत संकल्प है। खेलो के विकास हेतू और प्रदेश में युवाओं का खेलो में रुझान बढ़ाने के उद्ेश्य से राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण रजत और राष्ट्रीय पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाकर क्रमश: 3 लाख, 2 लाख ओर 1 लाख रुपए कर दी है जबकि पहले यह राशि 51 हजार, 31 हजार और 11 हजार रुपए थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल विकास के लिए और ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने के लिए 171 गांवों में राजीव गांधी खेल स्टेडियम बनाए जा रहे है। इसके साथ-साथ प्रदेश में विभिन्न जगहों पर खेल अकेडमी स्थापित की जा रही है। श्री कांडा बताया कि प्रदेश में विभिन्न खेलों में प्रशिक्षित खिलाडिय़ों जिनमें अर्जुन अवार्डी और द्रोणाचार्य अवार्ड शामिल है को पांच हजार रुपए प्रति माह ओनरेयिम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि द्रोणाचार्य और अर्जुन अवार्डियों को द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाडिय़ों को अब 14.31 करोड़ रुपए की राशि सम्मान स्वरुप दी जा चुकी है।उन्होंने बताया कि क्रिकेट के अलावा प्रदेश में पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए नर्सरी और अन्य विंगस की स्थापना की जा रही है। हॉकी के लिए शाहबाद में एस्ट्रोट्रफ बिछाया गया है। पंचकूला में 4 करोड़ रुपए की लागत से सिंथेटिक टै्रक बिछाया जा रहा है। इसके अलावा सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में साढ़े 4 करोड़ रुपए की लागत से हॉकी मैदान पर एस्ट्रोट्रफ बिछाने का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के साधन मुहैया करवाने के उद्देश्य से प्रदेश भर में 1500 स्किल्ड डिवेलमेंट सैंटर भी स्थापित किए जाएंगे। इन स्किल्ड सैंटरों में स्कूली बच्चों को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि स्कूल और कॉलेज में पढऩे वाले विद्यार्थियों का सर्वागीण विकास हो सके। खेल मंत्री श्री कांडा ने आगे कहा कि सिरसा में शिक्षा के साथ-साथ सभी तरह की खेल सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि जिला के बच्चे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन कर सके। उन्होंने आज जी.आर.जी स्कूल में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता का झंडा फहराकर उद्घाटन किया और खिलाडिय़ों द्वारा प्रदर्शित की गई मार्च पास्ट की सलामी ली। स्कूल द्वारा रखी गई सभी मांगे पूरी करने का वायदा किया। उन्होंने स्कूल भवन के लिए 11 लाख रुपए की राशि अनुदान के रुप में मुहैया करवाने की घोषणा की। इसके साथ-साथ स्कूल में टेबल टेनिस की नर्सरी और स्केटिंग विंग तथा बॉस्केट बाल ग्राऊंड बनाने की घोषणा की। इस अवसर पर सिरसा एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन प्रवीण बागला ने सोसाइटी द्वारा चलाई जा रही शिक्षण संस्थाओं की गतिविधियों का उल्लेख किया और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में स्कूल की प्रिंसीपल श्रीमती अंजू शर्मा ने स्कूल की रिपोर्ट पढ़ी। स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रत दिखाए। इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध समाजसेवी व कांग्रेस नेता श्री गोबिंद कांडा ने भी शिरकत की। समारोह में सूरज सैनी, भागीरथ गुप्ता, अंजीन गोयल, रमेश गोयल, आर.डी गर्ग, संस्था की सचिव नौरंग सिंह एडवोकेट, महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्षा श्रीमती शिल्पा वर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

राज्यमंत्री गोपाल कांडा ने अनेक कार्यक्रम में की शिरकत

सिरसा: प्रदेश के सभी गांवों में शहरों जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि ग्रामीण युवाओं को शिक्षा, खेल जैसी सुविधाएं गांवों में ही मुहैया हो सके। यह बात हरियाणा के गृह एवं उद्योगमंत्री गोपाल कांडा ने आज यहां से 30 किलोमीटर दूर झीड़ी गांव में 10 लाख रुपए की लागत से बनने वाले पार्क का शिलान्यास करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के कल्याण के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प है और युवाओं के विकास के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे है। प्रदेश भर में युवाओं के सर्वागीण विकास के लिए 1500 स्किल्ड डिवलमेंट सैंटर खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं के स्वास्थ्य के लिए प्रदेश में अनेक योजनाएं भी चलाई गई है। राज्य सरकार ने वर्ष 2009-10 को ग्राम सभा वर्ष के रुप में मनाया जा रहा है। जिसके दौरान वर्ष के अंत तक ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए अनेक कार्यक्रम शुरु किए जाएंगे। आगामी वर्ष तक ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष बल दिया जाएगा। इस वर्ष के दौरान प्रदेश में युवा कल्याण हेतु पंचायतों को ओर अधिक अधिकार दिए जाएंगे ताकि पंचायते खेल सुविधाओं पर अधिक राशि कर खेल सुविधा उपलब्ध करवा सके। श्री कांडा ने उपस्थितजनों को आश्वस्त किया कि सिरसा जिले को किसी भी मामले में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सिरसा जिला में पांच विधानसभा क्षेत्र आते है। मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें पांच विभागों का कार्यभार सौंपा है। विभाग भी बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए जिला के लोगों को विकास के लिए तनिक भी चिंता करने की जरुरत नहीं है। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा रखी गई सभी मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन दिया। झीड़ी गांव में चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के कार्यकाल के दौरान एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च की जा चुकी है। उन्होने गांव के मिड स्कूल को अपग्रेड करवाने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि नरेगा स्कीम के तहत गांव में 58 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने गांव में बाबा दीप सिंह युवा क्लब को जिम प्रदान करने की भी घोषणा की। कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध समाजेसवी और कांग्रेस नेता गोबिंद कांडा ने भी शिरकत की और कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर भागीरथ गुप्ता और गांव के सरपंच गुरचंद सिंह, ब्लाक समिति के सदस्य श्री हरबंस लाल ने मंत्री श्री गोपाल कांडा जी का स्वागत किया। समारोह में महावीर मोदी, श्री सूरज सैनी, प्रेम शर्मा, कमल शर्मा, डा. जी.एन वर्मा, राजेंद्र मकानी, सुरेंद्र मिचनाबाद, श्रीमती रानी रंधावा, हरजिंद्र भंगू, अंजनी गोयल, अंग्रेज बठला व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

19.12.09

पत्रकारिता विभाग द्वारा आयोजित वेबीनार

सिरसा: मंदी की मार से अमरीका में बसे भारतीय मूल के लोग अन्य समुदायों के मुकाबले काफी कम प्रभावित हुए। इसकी वजह यह है कि वे अधिकांशत: प्रोद्यौगिकी क्षेत्र में काम करते हैं और मंदी का सर्वाधिक झटका बैंकिंग,रियल एस्टेट व ऑटोमोबाइल उद्योग को लगा है। यह कहना है अमरीका की सिलिकॉन वैली में बसे हरियाणवी मूल के युवा उद्यमी और गुप्ताकॉम टेक्नोलॉजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश गुप्ता का। रमेश गुप्ता चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के मीडिया सेंटर में आयोजित एक वेबीनॉर को संबोंधित कर रहे थे। सामुदायिक रेडियो की कार्यक्रम श्रंखला वेबवार्ता के तहत पत्रकारिता विभाग द्वारा आयोजित इस वेबीनॉर की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह चौहान ने की। वेबकांफ्रेंसिंग की मदद से सात समंदर पार से मीडिया सेंटर में बैठे विद्यार्थियों शिक्षकों से रूबरू हुए गुप्ता ने मंदी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर क हा कि अमरीका और पश्चिमी जगत में मंदी का सिलसिला अभी थमा नहीं है और यह कब तक थमेगा इस पर जानकार एकमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मंदी से अमरीकी मीडिया भी अछूता नहीं रहा और मीडिया में भी बहुत लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ीं। तत्कालीन रीजिनल इंजीनियरिंग कॉलेज कुरूक्षेत्र से इंजीनियरिंग की उपाधि व बंगलौर स्थित इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंसिज से स्नातकोत्तर उपाधि पाने के बाद पिछले करीब बारह साल से सिलिकॉन वैली में कार्यरत रमेश गुप्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमरीकी समाज अपनी समस्याओं व चुनौतियों के प्रति अधिक सजग व संजीदा है। अमरीका के लोग हमारे लोगों की तुलना में अपेक्षकृत अधिक उद्यमशील हैं । अमरीकी लोग जोखिम उठाने से नहीं डरते हैं। इसे उनकी तरक्की की एक ठोस वजह माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि अमरीका समेत पूरे पश्चिमी विश्व के लिए भारत की परिवार व्यवस्था अपने आप में एक अजूबा है और भारत के लोगों को अपनी इस श्रेष्ठता को बरकरार करने के लिए पुरजोर कोशिश करनी चाहिए। इसी प्रकार गुप्ता भारत के उज्जवल अतीत को भारत की अहम धरोहर मानते हैं और कहते हैं कि उसमें से भी भविष्य के आकाश में ऊंची उड़ान के लिए उर्जा के स्रोत तलाशे जाने चाहिएं। विद्यार्थियों के सवालों के जवाब में उन्होंने बताया कि कंप्यूटर प्रोद्यौगिकी के क्षेत्र में कार्यरत उनकी कंपनी भारत और चीन समेत उदीयमान बाजारों पर फोकस कर काम कर रही है। भारत के प्रति आम अमरीकियों के नजरिए के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि लगभग समूची दुनिया अब यह मान रही है भारत एक महाशक्ति बन चुका है और देश का भविष्य अत्यंत उज्जवल है। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के लिहाज से देखें तो आने वाले समय में अमरीका के बजाय भारत सरीखे देशों में ही तीव्र आर्थिक विकास की क्षमता और संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि देश की नई पीढ़ी को सकारात्मक सोच के साथ स्वयं को आगे बढ़ाना चाहिए। भारतीय प्रतिभाओं के विदेश पलायन के ठीक विपरीत अब रिवर्स ब्रेन ड्रेन की वास्तविकता को स्वीकार करते हुए गुप्ता ने कहा कि बड़ी संख्या मे सक्षम और समर्पित भारतवंशी दूसरे देशों में कामयाबी का झंडा गाडऩे के बाद स्वदेश लौट रहे हैं। यह एक सुखद संकेत है। पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह चौहान ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को रमेश गुप्ता सरीखे उद्यमियों से प्रेरणा लेकर आगे बढऩे और जीवन में कुछ ठोस लक्ष्य बनाकर कार्य करने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि वेबवार्ता श्रंखला के तहत विद्यार्थियों व रेडियो श्रोताओं को निरंतर विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट पहचान अर्जित करने वाली विभूतियों से रूबरू कराया जाएगा। कार्यक्रम में अतिथि प्राध्यापक विजेता चिलाना के अलावा विद्यार्थियों सुमित विर्क, पवन राठौर, श्रेयसी छत्रपति,उमा चौधरी, सुरजीत नेहरा, मुकुल मोंगा व रामनाथ ने भी आमंत्रित विशेषज्ञ से सवाल पूछे।

रक्तदान शिविर में हुए 62 यूनिट एकत्रित

सिरसा: शिव शक्ति ब्लड बैंक सिरसा तथा नेहरू युवा केन्द्र सिरसा के संयुक्त तत्वाधान में तथा डॉ. सहारण के नेतृत्व में गत दिवस जिले के गांव झिड़ी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता ग्राम पंचायत झिड़ी के सरपंच गुरचरण सिंह, पटवारी पवन कुमार तथा बाबा दीप सिंह युवा क्लब झिड़ी के प्रधान लखविन्द्र सिंह ने की। इस रक्तदान शिविर में कुल 62 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इस अवसर पर सरपंच गुरचरण सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि शिव शक्ति ब्लड बैंक की ओर से विभिन्न प्रकार के शिविर गांवों में लगाए जा रहे हैं जिससे आम लोगों में जागरूकता आ रही है तथा लोग रक्त दान को लेकर प्रोत्साहित हो रहे हैं। इस अवसर पर उपायुक्त कार्यालय के प्रवक्ता अमित कौशिक ने सभी लोगों को जानकारी दी कि प्रत्येक रक्तदाता उनकी नई वेबसाईट पर अपना नाम व पूरा रिकार्ड देख सकता है। इस शिविर को सफल बनाने में में बलवीर सिंह नम्बरदार, सुरेन्द्र सिंह नम्बरदार, भागीरथ सिंह पटवारी, मालसिंह पटवारी का विशेष योगदान रहा। उक्त जानकारी शिव शक्ति ब्लड बैंक के कार्यकारी अधिकारी व प्रेस प्रवक्ता प्रेम कटारिया ने दी।

अशोक तंवर ने किया कालांवाली का तूफानी दौरा

सिरसा: युवा सदस्यता अभियान का मुख्य उद्देश्य नए नेतृत्व को सामने लाना और युवाओं की संगठन में भूमिका को बढ़ावा देना है ताकि युवा सशक्त होकर देश के विकास में पनी भूमिका को अदा कर सके। ये उद्गार सिरसा के सांसद एवं अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक तंवर ने आज कालांवाली हलके के एक दर्जन गांवों के दौरे के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहे। सांसद अशोक तंवर ने कहा कि ऐलनाबाद क्षेत्र विकास की दृष्टि से काफी पिछड़ा रहा है यहां से प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों ने इस क्षेत्र के बारे में कभी सोचा ही नहीं। सांसद ने कहा कि कांग्रेस का प्रतिनिधि चुनकर विधानसभा में जाएगा तो हलके का समुचित विकास होगा। सांसद अशोक तंवर ने कहा कि फतेहाबाद जिला के गांव कुम्हारिया में लगने वाले परमाणु बिजली संयंत्र से प्रदेश में बिजली की समस्या हल होगी और सिरसा संसदीय क्षेत्र के लोगों को भी पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध होगी। श्री तंवर ने लोगों को आश्वस्त किया शहरों की तर्ज पर गांवों का विकास करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र हरियाणा में पुन: कांग्रेस की सरकार बनी है और अधूरे विकास कार्यों को सरकार जल्द पूरा करवाएगी। उन्होंने कहा कि यूपीए अध्यक्षा सोनिया गांधी के मार्गदर्शन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में और राहुल गांधी की युवाओं के प्रति आदर्श सोच के चलते देश में बड़ी परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। सांसद अशोक तंवर ने कहा कि पूरे प्रदेश में यूथ कांग्रेस का सदस्यता अभियान चल रहा है और उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि युवा कंधे से कंधा मिलाकर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के साथ संवाद कायम कर अपनी पहचान बनाएं। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान के बाद युवाओं को योग्यता क्षमता के आधार पर चुनाव लड़वाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी की सोच है कि इस सदस्यता अभियान से युवा नेतृत्व उभरकर आएगा जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। श्री तंवर ने कहा कि हरियाणा देश का 11वां राज्य है जहां युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। इससे पहले तमिलनाडू, राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों में सदस्यता अभियान चलाया गया था जिसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं। इसी अभियान के तहत युवाओं का उत्साह बढ़ाने राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर हरियाणा में रहे हैं। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व विधायक डॉ. सुशील इंदौरा, कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, सिरसा शहरी ब्लॉक प्रधान भूपेश मेहता, हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा, कांग्रेस संगठन सचिव महेंद्र शर्मा, नवीन केडिय़ा, सूबे सिंह चाहरवाला, सुशील झूंथरा, लालचंद कंबोज, जयपाल लाली, भवानी सिंह, हंसराज अरोड़ा, तेजभान पनिहारी, गोपीचंद कंबोज, कंबोज सभा के प्रधान लाभचंद, विजय कंडारा सहित अनेक पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बार एसोसिएशन के चुनाव 16 जनवरी को

सिरसा: जिला बार एसोसिएशन सिरसा के पदाधिकारियों के चुनाव के लिए बार एसोसिएशन के प्रधान सुरेश मेहता एडवोकेट द्वारा चुनाव अधिसूचना जारी कर दी गई है। ये चुनाव 16 जनवरी 2010 को प्रात: 10 बजे से सायं 5 तक सम्पन्न होंगे। श्री मेहता ने जानकारी दी कि प्रधान, उप-प्रधान, सचिव, सह-सचिव के पदों के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि क्रमश: 21 एवं 22 दिसम्बर को प्रात: 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक निश्चित की गई है जबकि 23 दिसम्बर को प्रात: 10 बजे से 12 बजे तक आपत्तियां, वापसी व जांच-पड़ताल की जाएगी। उम्मीदवारों की अंतिम सूची 23 दिसम्बर को सायं 4.15 बजे नोटिस बोर्ड पर लगा दी जाएगी। श्री मेहता ने कहा कि जो भी नए अधिवक्ता 10 जनवरी 2010 तक बार एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण करेंगे वे ही मतदान में भाग ले सकेंगे।

पत्रकारिता कैसी होनी चाहिए

वरिष्ठ पत्रकार चन्द्र मोहन ग्रोवर के अनुसार भारतवर्ष की पत्रकारिता तो राष्ट्रीय आंदोलनों के माध्यम से संघर्ष करके तपकर निखरी है। पत्रकारों पर ही भारतवासियों को गर्व है-जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अहम् योगदान दिया। पत्रकार, जहां विदेशी शक्ति से मुक्त करवाने वाली आजादी के दीवाने थे, वहीं देश के नव निर्माण, संस्कृति, आदर्श और देश के प्रति समर्पण भी थे। पत्रकारों के ही अपराध थे-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे राष्ट्र सेवक, पंडित जवाहर लाल नेहरू जैसे कर्मठ देश भक्त, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जैसे वीर सेनानी। पत्रकारिता इन्हीं के प्रेरक विचारों को जन-जन तक पहुंचाती हुई स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दे रही थी। आजादी के बाद देश में बहुत कुछ बदलाव आया और इसी बदलाव के चलते पत्रकारिता ने भी अपना चोला बदला। उसके संजोये हुए आदर्श, मानक सिद्धांत व्यावसायिकता की झोली में समा गये। पूंजीपतियों की चंगुल में फंसकर पत्रकारिता विचार-वाहक हो गई। राष्ट्रीय चेतना का महान आलम्बन, एक सजग क्रियाशील प्रहरी अपनी अस्मिता के लिए चिंतित हो उठा। पत्रकारिता कर्तव्यों, आदर्शों और अपने जनसेवी उद्देश्यों के प्रति सच्ची निष्ठा का प्रतीक है। पत्रकारिता निस्पृह समाज सेवा है, एक तटस्थ विचारक की विचारणा और सूझबूझ का खुला गुलदस्ता है। सामाजिक चेतना की धूरी है, आस्था, तपस्या और सृजना की त्रिवेणी है, एक मिशन है, निष्काम और निस्वार्थ भाव से किये गये कार्यों का दस्तावेज है, लग्र कर्मठता तथा ईमानदारी इन तीन कर्म सूत्रों पर आधारित जीवन दर्शन है, नीर-क्षीर विवेक का प्रतिफल है, मगर वर्तमान पत्रकारिता क्षेत्र में स्वस्थ पत्रकारिता की अनदेखी हो रही है। स्वस्थ पत्रकारिता ही समाचार पत्र की लोकप्रियता और पत्रकारों की अहम् भूमिका, उसकी निस्पक्षता और पैनेपन का प्रतीक तथा जीवंतता है। कलम के सिपाही पत्रकार को बुद्धिजीवी कहा गया है। उसका अपना निर्णय दृष्टिकोण होता है और यही निर्णय, दृष्टिकोण की पत्रकारिता का अलंकार है। यदि यह निर्माणात्मक, जनहितकारी, जन जागरण और जन चेतना की मशाल साबित हुआ तो पत्रकारिता में स्वयं ही चार चांद लग जाते हैं। स्वार्थी और पीत पत्रकारिता से सफलता नहीं मिल सकती। वर्तमान में विश्व भर में विश्व कल्याण, विश्व शांति के प्रयास होने लगे हैं, ऐसी स्थिति में पत्रकारिता को अहम् भूमिका निभानी होगी, क्योंकि उसका दायरा सम्पूर्ण विश्व में सर्व सुलभ साध्य साधना समाचार पत्र है। इस वृहद दायरे का निर्वाह पत्रकार की परिधी में आ चुका है। विश्व स्तरीय पत्रकारिता किसी भी प्रकार की गहन निरीक्षण शक्ति, सूक्ष्म अवलोकन, तात्कालिक जागरूकता और राजनैतिक चेतना द्वारा ही संभव है। पत्रकारिता का ध्येय कोरी आलोचना नहीं है, वह ''ब्लैकमेल'' तो हो ही नहीं सकता, क्योंकि उसके संकीर्णता, प्रलोभन न होना, सत्य को कड़वाहट तक न ले जाने, व्यर्थ के मसाले लगाकर ''सूर्खी'' न बनाने की क्षमता हो। एक स्वच्छ मार्ग निर्मित किया जाये, स्वस्थ जनमत जागरूक करने का प्रयास ही जन प्रशंसा का पात्र बना सकती है और पत्रकारिता का उज्जवल पृष्ठ जन-मन को मोह सकेगा, इसलिए पत्रकारिता का स्वरूप सर्वजन सुखाये हो, सत्यता और वास्तिविकता के प्रतिमानो को वर्तमान के तराजू पर तोल कर प्रकाशित किया जाये, अर्नगल को अर्गल न बनाया जाये और न ही अर्गल को अतिक्रमण कर उसे रौंदा जाये। जरूरत पडऩे पर विचार-विमर्श उपरांत जनोपयोगिता के संदर्भ में निर्णय लिया जाये, अन्यथा जनमानस की मानसिकता बिगड़ते देर नहीं लगती और पत्रकारिता पर कुठाराघात भी हो सकता है।

पत्रकारिता के मान दंड

वरिष्ठ पत्रकार चन्द्र मोहन ग्रोवर के अनुसार पत्रकारिता की सबसे बड़ी शर्त है-अपने पाठकों को पहचानना। पाठक कैसी सामग्री चाहते हैं, यदि इसका ज्ञान हो जाये, तो समाचार पत्र सफल हो जाता है। प्रमाणिकता, संतुलन, स्पष्टता, मानवीय दिलचस्पी और जिम्मेवारी के साथ प्रस्तुत प्रकाशन सामग्री पाठकों के दिलों दिमाग पर एक छाप छोड़ते हैं। जाने-माने अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार पुलिजर ने ठीक ही कहा था, कि ऊंचे आचार सिद्धांतों के बिना अखबार और उनके पत्रकार सरकारी तंत्र की तरह न सिर्फ असफल होंगे, अपितु समाज के लिए खतरनाक भी हो जायेंगे। इस दृष्टि से पत्रकारिता की चकाचौंध से प्रकाशित होकर इस पेशे में आने वाले लोगों को अपने कर्तव्यों से बारीकी से परिचित होना जरूरी है। पत्रकार चन्द्र मोहन ग्रोवर का कहना है कि इसमें कोई संदेह की गुंजाईश नहीं, कि स्वस्थ पत्रकारिता के लिए मौके पर लिखना-पढऩा, काम के प्रति लगाव, अपने निजीपूर्वाग्रह छोड़कर सत्य की खोज, हर प्रकार के तथ्यों की पुष्टि, चौबीस घंटों की प्रतिबद्धता, पुर्न लेखन तथा निसंकोच शब्दकोष की सहायता लेने जैसे गुणों की जरूरत है। एक पत्रकार को अधिक से अधिक जानने की उत्कंठा और रचनात्मक अभिरूची होना स्वाभाविक है। वहीं छोटी सी घटना की भी गहराई से पड़ताल कर दिचस्प ढंग से पेश करने की योग्यता होनी चाहिए। पत्रकार को निस्पक्ष रहते हुए ईमानदारी से काम करना चाहिए। पत्रकार कितना ही जानकार या प्रभावशाली क्यों न हो, जब तक वह अखबार की सीमा का पालन नहीं करता, वह समाचार पत्र के लिए लाभकारी सिद्ध नहीं हो सकता। समय पर समाचार देना यानि डैडलाईन को समझना पत्रकार के लिए अनिवार्य नियम है। आकस्मिक घटनाओं से अखबार घिसा पिटा लगने से ऊभ जाता है, लेकिन कई बार गर्म खबरें ही नहीं मिलती। ऐसी स्थिति में पत्रकार की रचनात्मकता और क्षमता का पता चलता है। अच्छा पत्रकार वही है, जो स्वयं निर्णय लेने में सक्षम हो। उसे इस बात की प्रतीक्षा नहीं करनी होगी कि मुख्य संवाददाता, समाचार संपादपन या संपादक क्या विषय देंगे। काम पर आते समय भी उसे किसी खबर की गांध मिल गई, तो वह खबर खोजने में लग जायेगा। खबरें खोजना तो ठीक है, परन्तु खबरों के लिए शब्दों से खेलना अवश्य गलत है। लेखक तो शब्दों से खेलते हैं, मगर पत्रकारों को अंकुश रखना होता है। सनसनी पैदा करने के लिए शब्दों से खेलना या तथ्यों को तरोडऩा-मरोडऩा समाचार पत्र के लिए ही नहीं, बल्कि पत्रकार के लिए भी खतरे की घंटी के समान व भारत वर्ष में सरकारी तंत्र से ''गोपनीयÓÓ बनी किसी भी फाईल का विवरण प्राप्त करने के लिए भ्रष्टाचार का सहारा लेना पड़ता है-जबकि कभी-कभी यह सिलसिला टकराव तक भी पहुंच जाता है। यदि कोई पत्रकार किसी व्यक्ति की निजी कम्पनी या संस्थान की जानकारी लेनी चाहे, तो उसे संयम से काम लेना होग, अन्यथा परिस्थिति में बदलाव आ सकता है। सत्ता का वश चले, तो सरकारी विज्ञप्तियों और भाषाओं के अतिरिक्त सब कुछ गोपनीय रहेगा। राष्ट्र हित के गोपनीयता की सीमाएं तय होनी चाहिए, ताकि सरकार और समाज की हर बात खुली और स्पष्ट हो सके। गोपनीय कार्यवाही से गलत सूचनाएं और अफवाहों में वृद्धि होगी और सत्ता का निरंतर दवाब बढ़ेगा, लेकिन नैतिक और सामाजिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्धता रहने पर पत्रकार इस स्वतंत्रता का प्रयोग कर सके। मीडिया का सत्ता से प्रेम संबंध अवश्य उसकी विश्वसनीयता को घेरे में ला सकता है। राजनेताओं को समस्याओं की जानकारी देने के लिए मीडिया पर निर्भर रहना पड़ता है, विशेषकर विपक्षी दल वाले मीडिया का सहारा लेकर ही अपनी छवि बनाते हैं, मगर इसे दुर्भाग्य ही माना जायेगा कि मीडिया के माध्यम से छवि सुधारने वाले सत्ता में आते ही मीडिया आलोचना बर्दाश्त नहीं कर पाते। इसी तरह भारत में पुलिसिया तंत्र आज भी विदेशी ब्रिटिश राज के पद चिन्हों पर चल रहा है। पुलिस हर क्षेत्र की अनियमितताओं और ज्यादतियों साथ जुड़ी हुई है, क्योंकि उसके पास कानून और जुल्म का डंडा-बंदूक है। जब भी मीडिया में पुलिस ज्यादतियों के समाचार आते हैं, तो बौखलाई पुलिस में हड़कम्प मच जाता है और मीडिया के साथ कटुता बढ़ जाती है। मधुरता बढ़ाने के लिए मीडिया को अपने ढंग से अपराध समाचारों की खोजकी का सूत्र मजबूत करना चाहिये। मीडिया का काम सरकार की गलतियों की ओर ध्यान का ध्यान आकर्षित करना है, लेकिन राष्ट्र की संप्रभुता उसकी सीमा होनी चाहिए। ओलोचना करते हुए भी राष्ट्रहित में संयम रखते हुए मीडिया को विदेशी ताकतों की इच्छा या जाने-अनजाने उनके हितों की पूर्ति के लिए सरकार और उनकी नीतियों की आलोचना से बचना चाहिए।

ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है:अशोक तंवर

सिरसा: सिरसा के सांसद एवं अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है और यह सीट कांग्रेस की ही झोली में जाएगी। श्री तंवर कालांवाली हलके के एक दर्जन गांवों के दौरे के दौरान ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से ऐलनाबाद क्षेत्र विकास की दृष्टि से काफी पिछड़ा रहा है क्योंकि यहां से प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों ने इस क्षेत्र के बारे में कभी सोचा ही नहीं। सांसद ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब कांग्रेस का प्रतिनिधि चुनकर विधानसभा में जाएगा और हलके का समुचित विकास कार्य होगा। सांसद अशोक तंवर ने कहा कि फतेहाबाद जिला के गांव कुम्हारिया में लगे परमाणु बिजली संयंत्र से प्रदेश में बिजली की समस्या हल होगी और सिरसा संसदीय क्षेत्र के लोगों को बिजली की कोई कमी नहीं रहेगी। हरियाणा में इससे पूर्व इतने बिजली संयंत्र कभी भी नहीं लगे। श्री तंवर ने लोगों को आश्वस्त किया कि गांवों और ढ़ाणियों में किसी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी और मूलभूत सुविधाओं से कोई गांव महरूम नहीं रहेगा। शहरों की तर्ज पर गांवों का विकास करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र व हरियाणा में पुन: कांग्रेस की सरकार बनी है और अधूरे कामों को सरकार पूरा करेगी व अधिक ऊर्जा के साथ विकास के कार्य करवाए जाएंगे। यह सब यूपीए अध्यक्षा सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व राहुल गांधी के गतिशील नेतृत्व का ही प्रताप है कि देश में बड़ी परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कालांवाली हलके के लोगों का ऐलनाबाद उपचुनाव जीतने में विशेष योगदान रहेगा। यह एक महत्वपूर्ण चुनाव है और इसका सीधा फायदा ऐलनाबाद के लोगों को ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में यूथ कांग्रेस का सदस्यता अभियान चल रहा है ताकि युवा सीधे राहुल गांधी के साथ जुड़ें। सदस्यता अभियान के बाद युवाओं को योग्यता व क्षमता के आधार पर चुनाव लड़वाए जाएंगे। युवा सदस्यता अभियान का मुख्य उद्देश्य नए नेतृत्व को सामने लाना और युवाओं की संगठन में भूमिका को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी की सोच है कि इस सदस्यता अभियान से नेतृत्व उभरकर आएगा जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। श्री तंवर ने कहा कि हरियाणा देश का 11वां राज्य है जहां युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। इससे पहले तमिलनाडू, राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों में सदस्यता अभियान चलाया गया था जिसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं। इसी अभियान के तहत युवाओं का उत्साह बढ़ाने राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर हरियाणा में आ रहे हैं। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व विधायक डॉ. सुशील इंदौरा, कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, सिरसा शहरी ब्लॉक प्रधान भूपेश मेहता, हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा, सूबे सिंह चाहरवाला, सुशील झूंथरा, महेंद्र शर्मा, लालचंद कंबोज, जयपाल लाली, भवानी सिंह, हंसराज अरोड़ा, तेजभान पनिहारी, गोपीचंद कंबोज, कंबोज सभा के प्रधान लाभचंद, विजय कंडारा, हरभगवान कंबोज, डॉ. कर्मवीर, विलायत चंद, संघरसाधां के सरपंच रामकुमार, राजकुमार बंसल, चेयरमैन राजेंद्र कुमार, नरेलखेड़ा के पूर्व सरपंच अवतार सिंह, सहजराम सहित अनेक पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

18.12.09

अभय चौटाला ने किया ऐलनाबाद क्षेत्र का तुफानी दौरा

सिरसा: पूर्व विधायक व जिला परिषद अध्यक्ष अभय चौटाला ने आज अपने जनसम्पर्क अभियान के तहत दूसरे दिन ऐलनाबाद हलका के गांव ठोबरियां, तलवाड़ा, मौजू की ढाणी, बेहरवाला, धौलपालिया, नीमलां, कांशी का वास, ढाणी शेरां, कर्मशाना, मिठनपुरा, किशनपुरा सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में जाकर जनता से रूबरू हुए और उनकी समस्याओं को जानकर जिला परिषद के अध्यक्ष होने के नाते मौके पर ही उनका निपटारा किया। गांवों में पहुंचने पर श्री चौटाला का ग्रामीणों ने फूल-मालाएं डालकर उनका जोरदार स्वागत किया और श्री चौटाला ने भी गांववासियों का कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर गांववासियों को संबोधित करते हुए श्री चौटाला ने कहा कि वह ऐलनाबाद के लोगों की समस्याओं से भलीभांति से परिचित है और समय आने पर वह इन समस्याओं को प्राथमिकता के तौर पर हल करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार ऐलनाबाद से विशेष रूप से लगाव रखता है और यहां के लोगों से उनका पारिवारिक रिश्ता है और जब भी यहां के लोगों को मेरी जरूरत पड़ेगी तो मैं हर समय उनके सुख-दुख में शामिल होता रहूंगा। मुख्यमंत्री हुड्डा पर हलका ऐलनाबाद की अनदेखी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल के कांग्रेस के शासन में ऐलनाबाद में एक भी विकास का काम नहीं हुआ है जिससे यह हलका शिक्षा व अन्य क्षेत्रों में पिछड़ा हुआ है। खेलरत्न ने कहा कि हम सत्ता के भूखे नहीं है क्योंकि हमने कई बार हरियाणा में राज किया है लेकिन आज भी हमारा परिवार किसानों, गरीबों व कमेरे वर्ग के लोगों के हकों के लिए लड़ाई लड़ रहा है जिसमें आप सबका सहयोग आवश्यक है। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को सावधान करते हुए कहा कि आपके पास चुनावों के समय कांग्रेसी लोग आपके पास वोट मांगने आएंगे तब आप उनसे पूछना है कि उन्होंने ऐलनाबाद की जनता के लिए क्या विकास के काम किए है और बिजली-पानी का कितना प्रबंध किया है। इस अवसर उनके साथ रानियां के विधायक कृष्ण कम्बोज, पूर्व मंत्री भागी राम, अभय सिंह खोड, अशोक ब्यूटी, विनोद बैनीवाल, महावीर बागड़ी, मोहन लाल झोरड़, राज कुमार कसवां, राम कुमार रूडला, राम कुमार नैन, धर्मवीर नैन, अमरजीत कौर मान सहित अनेक इनेलो पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

गौधन को अनेक संकटों का सामना करना पड़ रहा है

सिरसा: सिरसा में प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाओं में वाहनों की चपेट में आकर गौधन गंभीर रूप से घायल हो रहा है व कड़कड़ाती ठंड के मौसम में बूढे एवं कमजोर बैल, बेसहारा एवं खुले आसमान के नीचे रह रहा गौधन सर्दी के शिकार होकर दम तोड़ रहे है। इस स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त अथवा बीमार पशु सड़कों पर उसी अवस्था में पड़ा रहता है तथा समय पर उपचार न मिलने के कारण वह दम तोड़ जाता है। पशु को इस स्थिति में देखकर प्रत्येक गौभक्त की भावनाएं आहत होती हैं मगर वो पशु हस्पताल के फोन या सम्पर्क सूत्र की अनभिज्ञता के चलते चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता। आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जीव जन्तु कल्याण अधिकारी एवं श्री मारूति गौधन सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश मेहता ने बताया कि शहर में अगर कोई गौभक्त किसी बेसहारा गौधन को चोटिल या अन्य किसी बीमारी से पीडि़त देखे तो आपाताकालीन में इन नम्बरों में से किसी एक नम्बर पर तुरन्त सूचित करें : डॉ० शक्ति राज कौशल मो. 94165-96562, 94168-47107, डॉ० सुशील गोदारा मो. 94162-84864, डॉ० पी.सी. नन्दा मो. 94164-13728, डॉ० महावीर सोनी मो. 94165-30481, डॉ० राजेन्द्र शर्मा मो. 94162-70922, डॉ० मनीष मो. 94664-82450, डा० विद्याधर बांसल मो. 94164-04526, डॉ० बलवन्त मो. 94162-53378 । जीव जन्तु कल्याण अधिकारी रमेश मेहता ने कहा कि यदि उक्त नम्बरों में किसी भी नम्बर पर सूचना देने पर आपातकालीन स्थिति में घायल या बीमार पशु के ईलाज में कोताही बरती जाती है अथवा चिकित्सीय सहायता पहुंचने में अनियमितता बरती जाती है तो वे तुरन्त उनके मोबाईल नम्बर 98960-11121 पर तुरन्त सूचना देवें। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पशुपालक ब्लॉक स्तर पर पशु हस्पतालों में चल रही प्रयोगशालाओं में पशुओं के खून, पेशाब व गोबर के नमूने की मुफ्त जांच एवं आपातकालीन स्थिति में पशु चिकित्सा करवा सकते है।