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4.1.10

36 कानूनों के बावजूद महिलाएं असुरक्षित

नई दिल्ली। कानून में संशोधन कानूनी ढांचे का इलाज तो कर सकता है, लेकिन सरकार उनका क्या करेगी जो कानून लागू ही नहीं करते?महिलाओं की हिफाजत के लिए पहले से मौजूद 36 कानूनों के बावजूद महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। खास बात है कि छत्तीस में से दस कानून विशेष तौर पर महिलाओं के लिए ही बने हैं। सरकार ने साल भर से लंबित अपराध प्रक्रिया संहिता संशोधन कानून लागू कर दिया है। इसमें बलात्कार पीडि़ता को और अधिकार मिले हैं तथा ऐसे अपराधों का ट्रायल दो महीने में पूरा करने का प्रावधान भी किया गया है। महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध रोकने के लिए कुछ नए कड़े कानून भी लाने की तैयारी चल रही है। कार्यस्थ पर यौन उत्पीडऩ रोकना और यौन उत्पीडऩा के मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालतें बनाने का प्रावधान करना सरकार के एजेंडे में है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत दर्ज अपराध और विशेष कानून तथा स्थानीय कानूनों के तहत दर्ज अपराध आईपीसी में बलात्कार, अपहरण, दहेज हत्या दहेज प्रताडऩा, छेडख़ानी और लड़कियों की तस्करी के मामले हैं। विशेष और स्थानीय कानूनों में अनैतिक देह व्यापार (रोक) कानून, सती प्रथा रोक कानून हैं। इसके अलावा राज्य सरकारों ने भी जरूरत के हिसाब से कुछ कानून बनाए हैं, लेकिन असर वहां भी ढीला ही है। उदाहरण के तौर पर तमिलनाडु ने छींटाकशी रोकने के लिए अलग से कानून बना रखा है। महिला हितैषी कानूनों का दूसरा पहलू भी है। जिसमें अक्सर दुरुपयोग के आरोप लगते रहे हैं। विशेष कर दहेज कानून पर। इन सबके बावजूद, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के 2003 से 2007 के आंकड़े बताते हैं कि बलात्कार, छेडख़ानी, यौन उत्पीडऩ, अपहरण और दहेज प्रताडऩा के मामले बढ़ रहे हैं।

3.1.10

ऐलनाबाद के लोगों की हर समस्या दूर करूंगा: अभय चौटाला

ऐलनाबाद। ऐलनाबाद क्षेत्र मेरा घर है और यहां की जनता मेरे परिवारिक सदस्य हैं। इस क्षेत्र के लोगों की समस्या मेरी अपनी समस्याएं हैं और मैं हर वक्त इनके बीच रह कर उनकी समस्याएं दूर करूंगा। यह बात इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला ने कही। वे आज अपने जनसंपर्क अभियान के तहत ऐलनाबाद में डोर-डोर चुनाव प्रचार कर रहे थे। यहां पहुंचने पर अभय सिंह चौटाला का भव्य स्वागत किया गया और उनके सम्मान में अनेक स्थानों पर जलपान कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नगर में इनेलो प्रत्याशी के प्रति जोश देखने लायक था और उन्होंने अभय सिंह को पूरा सहयोग व समर्थन देने का भरोसा दिया।
इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उनका इस क्षेत्र के लोगों के साथ राजनीतिक नहीं बल्कि पारिवारिक रिस्ता है और वे इसे आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वे पहले भी हमेशा लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं और आगे भी हमेशा इस क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। इनेलो प्रत्याशी ने कहा कि इस उपचुनाव में कांग्रेस लोगों के वोट हथियाने के लिए अनेक प्रकार के लोभ, लालच व प्रलोभन भी देगी लेकिन मुख्यमन्त्री ने यहां दो बार आकर लोगों की भावनाओं के साथ जो खिलवाड़ किया है उस अपमान का बदला उन्हीं की भाषा में लेते हुए वे 20 जनवरी को ऐनक के सामने वाला बटन दबाकर कांग्रेस से हिसाब चुकता करें।
इनेलो प्रत्याशी ने कहा कि कांग्रेस दो धारी तलवार की तरह है और इसकी नीतियां कांग्रेसी नेताओं द्वारा कही गई बातों के बिल्कुल विपरीत हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच बरसों के दौरान कांग्रेस को ऐलनाबाद की जनता की याद नहीं आई और किसान व आम जनता पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। अब जब उपचुनाव आया तो मुख्यमंत्री झूठे वायदे कर यहां की जनता के वोट ठगने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होने कहा कि ऐलनाबाद की जनता जागरूक व समझदार है और कांग्रेसी नेताओं के झूठे वायदों में आने वाली नहीं है।

मोहे आई न जग से लाज..........

हाराष्ट्र के मुंबई में माफिया ड़ॉन छोटा राजन के गैंग सरगना पालसन जोसेफ की (चेम्बूर जिमखाना क्लब) क्रिसमस पार्टी में पांच उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों ने डांस व ठुमके. शायद जीवन में उन्हें पहली बार अपराधियों के साथ खुलकर गठजोड़ जिंदाबाद करने से अत्यधिक उल्लास मिला होगा और उन्होंने पंकज उदास को मात करते हुए गाया होगा "मोहे आई जग से लाज, मैं इतना जोर से नाची आज , की घुंघरू टूट गये "

पुलिस अपराधी गठजोड़ की यह छोटी मिसाल है अपराधियों ने राजनेताओं, पुलिस के उच्च से उच्चतम अफसर तक गठजोड़ बना लिया है अपराधियों ने न्यायिक अधिकारियो में भी निचले स्तर पर पहुँच बना रखी है जिससे आम जनता को इन गठजोड़ो के चलते कुंठा के अतिरिक्त कोई भी लाभ नहीं मिलने वाला है। ठुमका लगाने वालों में स्पेशल ब्रांच के डिप्टी एस.पी वी एन साल्वे, चेम्बूर के ए.सी.पी प्रकाश वाणी, सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर तुलसी दास खाकर, एंटी एक्सटॉर्शन सेल के अधिकारी खालटकर और कांस्टेबल सालुंखे प्रमुख हैं । इसी तरह के गठजोड़ जिले स्तर पर, प्रदेश स्तर पर व राष्ट्र के स्तर पर हैं। विधयिका कार्यपालिका पर उनका कब्ज़ा बना रहता है ।

अब मिलेगा उत्तरांचली प्रसाद

देवभूमि उत्तरांचल में आ रहे तीर्थयात्रियो को अब बद्रीनाथ,केदारनाथ,गंगोत्री,आदि उत्तरांचल के तीर्थो पर प्रसाद के रूप में उत्तरांचल में पाये जाने वाले चौलाई,कुट्टू,व तिल से बना भोगपदार्थ(प्रसाद) मिला करेगा हैसको नामक संस्था ने स्थानीय महिलाओ को प्रसाद बनाने के इस काम में लगाया हैं देवभूमि की यात्रा पर प्रतिवर्ष लाखो श्रद्धालु लोग भगवान के दर्शनों हेतु आते हैं ऐसे में यदि राज्य में पायी जाने वाली वस्तुओ से ही अगर प्रसाद सामग्री प्रदान की जाए तो न सिर्फ़ राज्य को एक बेहतरीन रोज़गार मिलेगा बल्कि इससे आमदानी भी बढेगी साथ साथ राज्य में पाई जाने वाली इन वस्तुओ के विषय में जानकारी भी बढेगी ऐसा इस संस्था का सोचना हैं स्थानीय महिलाओ को इस सस्था ने समूहों के रूप में काम करने हेतु विभिन्न तीर्थ स्थलों में आउट लेट भी प्रदान किए हैं जहाँ इस वर्ष इन्होने बद्रीनाथ में ६ लाख, केदारनाथ में ३ लाख व यमनोत्री में १ लाख ६० हज़ार का प्रसाद बेचा चौलाई,कुट्टू,तिल व अन्य वस्तुओ को मिलाकर लड्डू के रूप में प्रसाद बनाया जाता हैं तथा उसे रिंगाल की टोकरी में रखकर तुलसी की माला से सजाया जाता हैं व अगरबत्ती के साथ प्रसाद के रूप में दिया जाता हैं यह सारी वस्तुए व्रत के दौरान भी खायी जाती हैं व देर तक ख़राब भी नही होती हैं वाकई इस तरह का प्रयास सराहनीय हैं

2.1.10

किसी भी युग में और किसी भी क्षेत्र में महिलाएं अपने को कमजोर न समझें !!


शारीरिक तौर पर पुरूषों से काफी कमजोर होते हुए भी महिलाएं मानसिक तौर पर बहुत ही सशक्‍त है। यह हमारा भ्रम है कि आज पढाई लिखाई के बाद महिलाएं  मजबूत हुई हैं , वास्‍तव में महिलाएं हर युग में , हर क्षेत्र में मजबूत रही हैं। तभी तो एक मर्द पत्‍नी की आकस्‍मिक मृत्‍यु या अन्‍य किसी बीमारी वगैरह में खुद को ही संभाल नहीं पाता , बच्‍चों के कष्‍ट की न सोंचकर वह दूसरे विवाह के लिए तैयार हो जाता है , वहीं एक महिला ऐसी स्थिति आने पर न खुद स्‍वयं को संभालती है , खुद सारे कष्‍ट झेलकर भी बच्‍चों को भी अपने और पिता के सपने पर खरा उतारती है। वह आज की तरह पढी लिखी हो , या अनपढ , गांवों में रहती हो या शहर में , कोई अंतर नहीं पडता , वह जो भी ठान लेती है , कर दिखाती है। इनकी इस खासियत को उसकी कमजोरी बना दिया जाए , तो इसमें महिलाओं का कोई कसूर नहीं ।

वैसे तो प्रकृति ने महिलाओं और पुरूष दोनो को एक दूसरे का पूरक बनाया है , पर वर्तमान में नहीं , किसी भी युग में कोई भी क्षेत्र महिलाओं से अछूता नहीं रहा। यदि समाज का दबाब न रहे तो अधिकांश महिला पुरूषों के बिना आराम से जीवन यापन कर सकती है , पर महिलाओं का सहारा लिए बिना अधिकांश पुरूषों का जीवन यापन मुश्किल है। यहां तक कि बलपूर्वक नारी को हासिल कर भी कोई पुरूष सुख का अनुभव नहीं कर सकता, उन्‍हें एक समर्पित नारी की ही आवश्‍यकता होती है। खासकर आनेवाली पीढी की जिम्‍मेदारी अच्‍छी तरह निभाने में महिलाओं की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता। नारी की उन्‍नति पर ही , नारी की प्रगति पर ही समाज और राष्‍ट्र को मजबूत बनाया जा सकता है।  इससे स्‍पष्‍ट है कि महिलाओं के बिना ये दुनिया एक कदम भी आगे नहीं बढ सकती, पूरा पढें

अभय चौटाला का भरवाया नामांकन

ऐलनाबाद। ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव में इनेलो प्रत्याशी की जीत के बाद जल्दी ही प्रदेश में इनेलो की सरकार होगी और इस क्षेत्र के लोगों को पिछले पांच सालों से बिजली-पानी का जो संकट झेलना पड़ा है वो निश्चित तौर पर दूर हो जाएगा। यह बात इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने आज ऐलनाबाद में आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही। इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला द्वारा आज नामांकन पत्र भरने के समय उनके समर्थन में इस विशाल जनसभा का आयोजन किया गया था। कड़कती सर्दी के बावजूद आज ऐलनाबाद की रैली ने भीड़ व हाजिरी के लिहाज से न सिर्फ एक नया कीर्तिमान दर्ज कर दिया बल्कि 20 जनवरी को होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव की भावी तस्वीर को भी पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है। जनसभा से पहले अभय सिंह चौटाला ने पार्टी प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की मौजूदगी में ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से इनेलो प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र भरा। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पार्टी के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, राज्यसभा सांसद तरलोचन सिंह सहित पार्टी के अनेक प्रमुख नेता मौजूद थे। अभय सिंह चौटाला के कवरिंग उम्मीदवार के तौर पर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कान्ता सिंह ने भी नामांकन पत्र भरा। इस अवसर पर अनेक हजकां व कांग्रेसी नेताओं ने अपने-अपने दलों को छोड़ इनेलो में शामिल होने और अभय सिंह चौटाला को विजयी बनाने का भरोसा दिलाया। नामांकन पत्र के बाद ऐलनाबाद मण्डी में आयोजित विशाल जनसभा में उमड़े जलसैलाब में तालियों की गडग़ड़ाहट व चौटाला जिन्दाबाद के नारों के बीच श्री चौटाला ने कांग्रेस सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि 20 फरवरी के बाद इस क्षेत्र के लोगों को पूरा बिजली-पानी उपलब्ध करवाना मेरी जिम्मेवारी है और मैं जो कहता हूं वो वायदा पूरा करके भी दिखाता हूं। यह बात मेरे समर्थक ही नहीं बल्कि विरोधी भी मानते हैं। इनेलो प्रमुख ने क्षेत्र के लोगों से जात-पात, धर्म-मजहब व राजनीतिक सोच से भी ऊपर उठकर इनेलो प्रत्याशी को रिकॉर्डतोड़ मतों से विजयी बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि जब इस क्षेत्र के विकास कार्य होंगे तो उसका फायदा सिर्फ इनेलो या कांग्रेस के लोगों को ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के सभी लोगों को होगा। श्री चौटाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी व मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सोच व नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं हुआ करती लेकिन हुड्डा सरकार की गलत सोच के कारण पिछले पांच सालों से प्रदेश की जनता बिजली-पानी को लेकर त्राहि-त्राहि करती रही है। उन्होंने मुख्यमन्त्री पर ऐलनाबाद के लोगों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐलनाबाद में अगले शैक्षणिक सत्र से वे कॉलेज में कक्षाएं शुरू करवाएंगे और जरूरत पड़ी तो कॉलेज के लिए अतिरिक्त कमरे भी बनवा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इनेलो की सोच हमेशा किसान, गरीब, मजदूर व छोटे व्यापारी के हित में रही है और वे किसानों, मजदूरों व व्यापारियों के लिए हर संघर्ष में अग्रिम कतार में रहकर संघर्षशील रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को पहले दस हजार क्यूसिक पानी मिलता था जो अब घटकर 4700 क्यूसिक रह गया है और हुड्डा सरकार अब इसे और घटाने के प्रयास कर रही है ताकि यहां के लोगों को पीने का पानी भी नसीब न हो सके। भीड़ के जोश से उत्साहित श्री चौटाला ने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव कोई आम चुनाव नहीं है बल्कि इस उपचुनाव का देश व प्रदेश की राजनीति में दूरगामी प्रभाव होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलबदल व खरीदोफरोख्त के बलबूते सत्ता में आई हुड्डा सरकार चंद दिनों की मेहमान है और ऐलनाबाद से इनेलो प्रत्याशी की जीत के साथ ही प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। उन्होंने हुड्डा सरकार को जुगाड़ सरकार की संज्ञा देते हुए कहा कि ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव में इनेलो प्रत्याशी की जीत जितने बड़े अन्तर से होगी उतनी ही जल्दी प्रदेश से यह जुगाड़ सरकार चलता हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इनेलो की सरकार के समय व्यापारी वर्ग को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने न सिर्फ महसूल चूंगी समाप्त की बल्कि 21 जिन्सों पर बिक्रीकर चार फीसदी से घटाकर एक फीसदी किया था। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा समाज के सभी वर्गों के लिए काम करने का रहा है किसी वर्ग या जाति विशेष के लिए नहीं। रैली में उमड़े जनसैलाब से उत्साहित श्री चौटाला ने लोगों से आह्वान किया कि लोकतन्त्र को बचाने और कांग्रेस को सबक सिखाने का एक सुनहरी अवसर उन्हें मिला है और उसका भरपूर फायदा उठाते हुए 20 जनवरी को वे इनेलो प्रत्याशी को रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाने के साथ-साथ कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त कराने का काम करें ताकि प्रदेश में जल्द से जल्द इनेलो की सरकार बन सके। उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद से उपचुनाव लडऩे के लिए कांग्रेस को कोई योग्य उम्मीदवार नहीं मिल पाया और अब ऐसे प्रत्याशी को चुनाव में उतारा है जो विधानसभा में जब खड़ा होता था तो बाकी कांग्रेसी विधायक ही उसका मजाक उड़ाया करते थे। इससे पहले जनसभा में पहुंचने पर इनेलो प्रमुख को शाल व फूल मालाएं पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। जनसभा को सम्बोधित करते हुए इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उनका इस क्षेत्र के लोगों के साथ राजनीतिक नहीं बल्कि पारिवारिक रिस्ता है और वे इसे आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वे पहले भी हमेशा लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं और आगे भी हमेशा इस क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। इनेलो प्रत्याशी ने कहा कि इस उपचुनाव में कांग्रेस लोगों के वोट हथियाने के लिए अनेक प्रकार के लोभ, लालच व प्रलोभन भी देगी लेकिन मुख्यमन्त्री ने यहां दो बार आकर लोगों की भावनाओं के साथ जो खिलवाड़ किया है उस अपमान का बदला उन्हीं की भाषा में लेते हुए वे 20 जनवरी को ऐनक के सामने वाला बटन दबाकर कांग्रेस से हिसाब चुकता करें। जनसभा में मंच का संचालन करते हुए इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने भी कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए। जनसभा को इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व राज्यपाल सुलतान सिंह, सांसद तरलोचन सिंह, विधायक कृष्ण कम्बोज, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व लाडवा के विधायक शेर सिंह बडशामी, पूर्व मन्त्री भागी राम, विधायक चरणजीत सिंह विधायक कृष्ण पंवार, विनोद बेनिवाल, अभय सिंह खोड़ सहित अनेक प्रमुख नेताओं, इनेलो विधायकों व पदाधिकारियों ने भी सम्बोधित करते हुए लोगों से इनेलो प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजयी बनाने का आह्वान किया। आज रैली में हजकां के पूर्व विधायक राकेश कम्बोज ने भी सम्बोधित करते हुए कांग्रेस सरकार पर तीखे प्रहार किए और लोगों से इनेलो प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजयी बनाने का आह्वान किया। आज हजकां व कांग्रेस के अनेक अन्य नेताओं ने भी अपने-अपने दलों को छोडऩे व इनेलो में शामिल होने की घोषणा की। इनेलो में शामिल होने वालों में पूर्व विधायक व हजकां नेता रणसिंह बैनिवाल, हजकां के प्रदेश महासचिव पालासिंह कंबोज, भीमसेन सैनी, रामकुमार सरपंच, राममूर्र्ति कासनियां, सुखदेव सिंह भादू, तैयब हुसैन, करनैल सिंह पूर्व सरपंच, संजय खोड, राजेंद्र भांभू, हजकां के जिला उपाध्यक्ष संजीव शास्त्री व उनके हजारों समर्थकों ने भी इनेलो में शामिल होने की घोषणा की।

विधि में संसोधन कोई विकल्प नहीं है

रुचिका प्रकरण के बाद विधि मंत्रालय से लेकर आम जनता तक पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री रठौड़ को कम सजा दिए जाने को लेकर एक बहस प्रारंभ हो गयी है सरकार बगैर सोचे समझे जनता की भावनाओ के दबाव में विधि में संशोधन कर रही है जिसका कोई औचित्य नहीं है। न्यायलयों में अभियोजन पक्ष की नाकामियों के लिए विधि को दोषी नहीं ठहराया नहीं जा सकता है। न्यायलयों की कार्यवाहियों में अभियोजन पक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है अभियोजन पक्ष सम्बंधित राज्य सरकार के प्रति उत्तरदायी होता है। व्यवहार में मजिस्टे्ट ट्रायल में सहायक अभियोजन अधिकारी सरकार के पक्ष की तरफ से अधिवक्ता होते हैं । जो दोनों पक्षों से लाभान्वित होते हैं पीड़ित पक्ष को उनको खुश करने के लिए कोई समझ नहीं होती है इसलिए अभियोजन पक्ष न्यायलयों में बचावपक्ष से मिलकर सही प्रक्रिया नहीं होने देता है। जब कोई अपराधिक वाद किसी भी थाने में दर्ज होता है तो कुछ अपराधों को छोड़ कर सभी अपराधों की विवेचना सब इंस्पेक्टर करता है जिसकी निगरानी के लिए डिप्टी एस.पी, एड़ीशनल एस.पी, एस.पी, एस.एस.पी, डी.आई.जी, आई.जी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिदेशक होते हैं । इतने महत्त्वपूर्ण अधिकारीयों की देख-रेख में हो रही विवेचना का स्तर बहुत घटिया स्तर का होता है इन अधिकारीयों की मद्दद के लिए सहायक अभियोजन अधिकारी, अभियोजन अधिकारी, विशेष अभियोजन अधिकारी सहित एक विशेष कैड़र अभियोजन का होता है । वर्तमान में इनकी भूमिका का स्तर भी बहुत ही निकिष्ट कोटि का होता है. वर्तमान भारतीय समाज में फैले भ्रष्टाचार की गंगोत्री में स्नान करने के बाद सजा की दर क्या हो सकती है आप सोच सकते हैं । गंगा अगर मैली है तो स्नान के बाद चर्म रोग निश्चित रूप से होना है उसी तरह अभियोजन पक्ष भ्रष्टाचार की गंगोत्री में हर समय स्नान कर रहा है तो क्या स्तिथि होगी? इसलिए आवश्यक यह है की इस भ्रष्टाचार को अगर दूर कर दिया जाए। हजारों लाखों रुचिकाओं को न्यायलय में आने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी । विधि में संशोधन की आवश्यकता नहीं है जरूरत है उसको लागू करने वाली एजेंसियों में सुधार की जिसके लिए कोई सरकार तैयार नहीं है।

1.1.10

नव वर्ष मुबारक....!










































चटकती कलियों को
किलकती गलियों को
नव वर्ष मुबारक....!

नील गगन के बादल को
ममता के आँचल को
नव वर्ष मुबारक....!


पूरब की पुरवाई को
सागर की गहराई को
नव वर्ष मुबारक....!


अनेकता के साथों को
एकता के हाथों को
नव वर्ष मुबारक....!

पतझर की बहार को
माटी के कुम्हार को
नव वर्ष मुबारक....!

बचपन की बातों को
बिछुड़े हुए नातों को
नव वर्ष मुबारक....!

झुकती हुई आँखों को
सूखी हुई शाखों को
नव वर्ष मुबारक....!

पूर्वजों की थाती को
शहीदों की छाती को
नव वर्ष मुबारक....!

छप्पर की बाती को
चींटी-बाराती को
नव वर्ष मुबारक....!

उठती डोली को
पपिहा की बोली को
नव वर्ष मुबारक....!
 
शहर की अंगड़ाई को
गाँव की बिवाई को
नव वर्ष मुबारक....!

बुजुर्गों के सानिध्य को
भारत के भविष्य को
नव वर्ष मुबारक....!

अलाव की रातों को
बसंत की यादों को
नव वर्ष मुबारक....!

गुजरती राहों को
बिचुद्ती बाँहों को
नव वर्ष मुबारक....!

गाँव की पगडण्डी को
सब्जी की मंडी को
नव वर्ष मुबारक....!

खेतों की फसलों को
चिड़ियों के घोसलों को
नव वर्ष मुबारक....!
 
रोते नादानों को
उड़ते अरमानों को
नव वर्ष मुबारक....!

निकलते दिनकर को
स्थिर समंदर को
नव वर्ष मुबारक....!

कोयले की खानों को
मुर्गे की बांगो को
नव वर्ष मुबारक....!

नदिया की कल कल को
गोरी की छम छम को
नव वर्ष मुबारक....!

सरहद के जवानों को
खेत खलिहानों को
नव वर्ष मुबारक....!

जीवन दाता को
जग के विधाता को
नव वर्ष मुबारक....!


 







 
प्रबल प्रताप सिंह 

कैसे मिले गरीब को रोटी

नव वर्ष के शुभारम्भ पर आज यह सोचने की आवश्यकता है कि लाखो-करोडो गरीब व्यक्तियों को रोटी कैसे मिले ? केंद्र सरकार द्वारा सस्ते दामों पर खाद्यान सार्वजानिक वितरण प्रणाली के तहत उपलब्ध कराया जाता है खाद्यान्न सरकारी एजेंसी से उठने के बाद सीधे सार्वजानिक वितरण प्रणाली की दुकान पर बिक्री हेतु जाना चाहिए लेकिन वस्तुस्तिथि यह है कि आपूर्ति विभाग के अधिकारियों, विपणन वाली सरकारी एजेंसी, पुलिस, प्रशासनिक अफसर, व्यापारी जिसमें फ्लोर मिल्स व राईस मिल्स के मालिकों का एक गठजोड़ बन गया है जिसके कारण विपणन एजेंसी से गेंहू या चावल फ्लोर मिल या राईस मिल को वापस हो जाता है और वह महंगे दामो पर बाजार में बिकने के लिए आ जाता है । आम आदमी को सरकार द्वारा प्रदत्त सस्ते खाद्यान्न उपलब्ध नहीं हो पाते हैं . गाँवों व शहरों में बहुत सारे परिवार भूखे पेट सो जाते हैं इस गठजोड़ के लोग लाखो और करोडो रुपये कमा रहे हैं। इस गठजोड़ ने स्थानीय स्तर पर पत्रकारों को भी मिला रखा होता है ताकि पब्लिसिटी न होने पाए । आज नव वर्ष के शुभारम्भ पर हम आप से आशा करते हैं कि कोई ऐसा कदम उठाया जाए की जिससे यह गठजोड़ टूटे और आर्थिक अपराधी जिनकी जगह कारागार होनी चाहिए वहां पहुंचे। वैसे आर्थिक अपराधियों ने देश में समान्तर अर्थव्यवस्था कायम कर रखी है जिससे लाखो करोडो व्यक्तियों के मुंह का निवाला भी यह लोग छीन कर स्वयं खा ले रहे हैं । नए वर्ष यह संकल्प होना चाहिए कि आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करवाने में मेली मदद्गार बने अन्यथा नया वर्ष आया, समाप्त हुआ -यह प्रक्रिया चलती रहेगी।