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9.9.09

अश्लीलता परोसते साईबर कैफेज़

जींद (हरियाणा) : यदि आप अश्लील फिल्में देखने के शौकीन है और समाज तथा कानून की नजरों से बचे रहना चाहते है तो घबराइए मत साइबर कैफे पहुंचिए और मनचाही अश्लील साइट खोलकर बैठ जाइए। यहां आप दरवाजे लगे केबिन में पैक होकर इत्मीनान से अश्लील चित्रों और फिल्मों का लुत्फ उठा सकते है। 
हैरानी की बात यह है कि पुलिस और प्रशासन का ध्यान अभी तक इस ओर नहीं गया है। इन साइटस् का सबसे ज्यादा आनंद लेने वाला युवा वर्ग ही है। कैफे मालिक इस धंधे के जरिए अच्छी खासी कमाई कर रहे है। वैसे तो इंटरनेट के माध्यम से दुनिया की कोई भी जानकारी हासिल की जा सकती है, किंतु शहर में खुले कुछ साइबर कैफेज़ की हालत देखकर लगता है कि यह केवल अश्लीलता परोसने का केंद्र बनकर रह गए है। पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के चलते शहर का युवा बहुत तेजी से अश्लीलता के इस जाल में फंसता जा रहा है। कुछ साइबर कैफे संचालकों का कहना है कि इसके बिना उनका धंधा भी नहीं चलता। शहर में इस समय एक दर्जन से अधिक साइबर कैफे मौजूद है तथा इनमें से अधिकतर में केबिन सुविधा उपलब्ध है। कैफे मालिकों का तर्क है कि केबिन से प्राइवेसी बनी रहती है तथा लोग बिना किसी बाधा के अपने मतलब की जानकारियां हासिल करते है। उधर इंटरनेट पर अंगुलियां चलाने वाले युवाओं का कहना है कि जानकारिया लेने का कार्यक्रम तो केवल कुछ समय ही चलता है. इसके बाद तो पोर्न साइटे ही खोली जाती है। 
इतना ही नहीं कई युवा तो अपने मित्रों के साथ यहां पहुंचते है और केबिन का दरवाजा बंद होते ही इंटरनेट पर फिल्म देखने का सिलसिला शुरू हो जाता है। बात यहीं खत्म नहीं हो जाती कुछ साइबर कैफे, जहां सीडी देखने की सुविधा उपलब्ध है, वहां युवा बाजार से खरीदी गई सीडी ले जाते है और अश्लील फिल्में देखते है। एक साइबर कैफे में पहुंचे कालेज के छात्र का कहना है कि उन्हे यहां आते करीब एक वर्ष हो चुका है और अब तो इसकी आदत सी पड़ गई है। उन्होंने बेहिचक बताया कि वह कभी-कभी अश्लील साइट्स भी खोलता है। वहीं एक अन्य का कहना है कि उन्होंने तो अश्लील चित्र एकत्रित करने के लिए अपना एक अलग फोल्डर तैयार कर रखा है, जिसे केवल वही खोल सकता है। प्रशासन कब कसेगा अश्लीलता परोसते इस धंधे पर लगाम   ?

मोहब्बत की सजा मौत, जालिम बना ज़माना

रोहतक( हरियाणा ) : एक बार फिर हरियाणा के एक गांव में मोहब्बत का कत्ल हुआ है। झूठी शान के चक्कर में रोहतक के एक गांव में भाई और मामा ने मिलकर एक युवति को प्यार की सज़ा मौत के रूप में दे दी है। मोहब्बत और रिश्तों का गला घोंटने वालों की करतूत कानून से छिपी नहीं रही और अब गुनहगार हवालात की हवा खा रहे हैं।
12वीं कक्षा में पढ़ने वाली 19 साल की छात्रा गुड्डी को प्यार करने की सजा मिली है। हरियाणा के रोहतक जिले के करौंथा गांव में गुड्डी की मौत का राज़ अब किसी से नहीं छिपा है। पुलिस का दावा है कि उसके सगे भाई और मामा ही गुड्डी का कातिल है।
दरअसल गुड्डी ने प्यार करने का गुनाह किया था। पुलिस ने हत्या की खबर मिलने के बाद इससे जुड़े तमाम सुराग जमा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गुड्डी भिवानी के पास के तालू गांव की रहने वाली थी। वह गांव के पास के ही एक लड़के से प्यार करती थी।
घरवालों के विरोध के डर से बीते 13 मई को वो उस लड़के साथ गांव छोड़कर चली गई थी। इसके बाद वही हुआ जिसका डर था। पकड़े जाने के बाद गुड्डी के घरवालों ने पहरेदारी शुरू कर दी और ननिहाल करौंथा गांव भेज दिया। इस दौरान गुड्डी के प्रेम को इज्जत के खिलाफ मानने वाले घर वालों ने एक खतरनाक साजिश रच डाली। गुड्डी के भाई प्रवीण ने अपने दो चचेरे भाई सतीश, संजय और मामा रणधीर सिंह के साथ मिलकर कपड़े से उसका गला घोंट डाला। इसके बाद रात के अंधेरे में ही शव को जला दिया। झूठी इज्जत की खातिर रिश्तों के कत्ल का ये मामला नया नहीं है। खासकर हरियाणा झूठी शान की ऐसी कहानियों से पटा पड़ा है।
आख़िर कब तक यह झूठी शान प्यार करने वालों को लीलती रहेगी ???

2.9.09

वह कार किसकी थी?

वह बिना नम्बर प्लेट की कार किसकी थी; वो भी चंडीगढ़ की सड़कों पर सरपट दौडती हुई। चंडीगढ़ वह शहर माना जाता है, जहाँ ट्रेफिक नियमों का बड़ी कड़ाई से पालन होता है। इन सड़कों पर नियमों का उलंघन करने वाले किसी तुर्रम खां को भी बख्शा नही जाता

यह
कार बिना नम्बर प्लेट के ही जालंधर से चंडीगढ़ पहुँची और यहाँ दोपहर बाद तक अपने मालिक को गोद में लेकर सड़कों पर इठलाती रही। यह हमर कार किसी और की नही, बल्कि आपके चहेते और लाखों नौजवानों के आदर्श क्रिकेटर हरभजन सिंह की है, जो मोहाली के पी०सी०ए० स्टेडियम में आयोजित किये जा रहे बी०सी०सी०आई० के कार्पोरेट क्लब के मैच में हिस्सा लेने चंडीगढ़ पहुंचे हुए हैं

परन्तु
तारीफ़ करनी होगी चंडीगढ़ ट्रेफिक पुलिस की, क्योंकि गाड़ी का आनंद लेते हुए दोपहर बाद जब हरभजन सेक्टर-17 स्थित होटल ताज पहुंचे तो ट्रेफिक पुलिस के कर्मचारी भी वहां जा पहुंचे तथा इस अनियमितता हेतु हरभजन सिंह को 3000 रूपये की चालान स्लिप थमा दी

हरभजन
जी, आप जैसी हस्ती ही अगर ऎसी हरकत करेगी तो आपको आदर्श मानने वालों पर क्या असर होगा ?