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22.4.11

पाँच पी (P)

पाँच पी (P)
विश्व के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश भारत आज एक बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है शायद 60 सालों के शासन काल में आपका समय अब तक के सबसे बड़े घोटाले में फंसा है मनमोहन सरकार चारों और से घिरी है ऐसे में अन्ना हजारे सारे देश को ब्रह्स्त्ताचार से मुक्त करने की पहल कर चुके हैं और यह चिंगारी बहुत दूर तक जाने वाली है जिस तरह देश के युवा आगे आये हैं इससे ऐसा लगता है समय की बयार ईमानदारी की और बह रही है और यह विशालकाय लोकतान्त्रिक देश के लिए अच्छी बात है आज इस समय में पाँच चीजें हैं जिन पर में चर्चा करना चाहूँगा वो हैं पाँच पी (P) पहला पी (Progress) "प्रोग्रेस" दूसरा पी (Public) "पब्लिक" तीसरा पी (Politician) "राजनेतिक लोग" चोथा पी (Police) "पुलिस" आखिरी और पांचवां पी (Press) "प्रेस" इसमें से तीन पी - Politician's, Police & Press जो चौथे पी के लिए कार्य करते हैं अब थोडा सा सोचने की बात है ये तीनो अपने फायदे के लिए न सोच कर जनता के लिए व् पूरी ईमानदारी से कार्य करें तो में सम्हजता हूँ क़ि पांचवां पी अपने आप हमारे सामने होगा I
इसमें ईमानदारी तीनो की ही तो जरुरी है साथ ही साथ आम पब्लिक की भी ईमानदारी होनी बहुत जरुरी है I आज हर व्यक्ति स्वार्थी हो गया है सिर्फ अपना ही अपना सोचता है पडोसी जाय भाड़ में I जब तक ऐसा रहेगा कुछ भी अच्हा नहीं होने वाला I इसलिये हम चारों साथी (P) गीता पर हाथ रख कर कसम खाते हैं, में जो भी करूंगा ईमानदारी के साथ करूंगा I और देश की तरक्की में भागीदार हूँगा I

"पीयूष दादरी वाला"

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