आप अपने क्षेत्र की हलचल को चित्रों और विजुअल समेत नेटप्रेस पर छपवा सकते हैं I सम्पर्क कीजिये सेल नम्बर 0 94165 57786 पर I ई-मेल akbar.khan.rana@gmail.com दि नेटप्रेस डॉट कॉम आपका अपना मंच है, इसे और बेहतर बनाने के लिए Cell.No.09416557786 तथा E-Mail: akbar.khan.rana@gmail.com पर आपके सुझाव, आलेख और काव्य आदि सादर आमंत्रित हैं I

13.2.11

मनमोहन जी के क्रष्णा ने देश का सर शर्म से नीचा किया

Saturday, February 12, 2011

भारत के प्रधानमन्त्री के मंत्रिमंडल में एक मंत्री भी ऐसा नहीं हे जिस पर देश या देश का कोई भी व्यक्ति जाती समाज गर्व कर सके हाँ हर मंत्री ने किसी ना किसी रूप में देश का सर शर्म से नीचा जरुर किया हे देश को अपमानित और बे इज्जत किया हे और देश को भ्रस्ताचार,बेकारी,गरीबी,महंगाई की आग में झोंक दिया हे और नतीजे सामने हें , इन सब के बावजूद भी मनमोहन सोनिया के रत्न हे तो मनमोहन के यह सभी मंत्री रत्न बने हुए हें ।
दोस्तों अब तो देश का सर विदेश मंत्री एस एम कृष्णा जी ने शर्म से नीचा कर दिया जिस कृष्ण जी को संयुक्त राष्ट्र संघ में पूरी तय्यारी के साथ करोड़ों रूपये खर्च करके इसलियें भेजा गया था के वोह भारत की संयुक्त राष्ट्र की दावेदारी को दमदारी से रखेंगे लेकिन रिमोट से चलने वाले मंत्री हमेशा दूसरों का लिखा भाषण पढने वाली पार्टी की संस्क्रती को जिंदा रखने वाले यह मंत्री जी ने भी कोंग्रेस में दूसरों के भाषण को पढने की परम्परा को जिंदा रखा और संयुक्त राष्ट्र संघ में एक स्क्रिप्ट लेकर भाषण देने खड़े हो गये लगभग तीन मिनट तक विदेश मंत्री कृष्णा जी पुर्तगाल का लिखा भाषण पढ़ते रहे और उन्हें बार बार पुर्तगाल का नाम आने पर भी यह अहसास नहीं हुआ के वोह भारत का नहीं पुर्तगाल का भाषण पढ़ रहे हें लेकिन नकल में अक्ल की जरूरत होती हे क्रष्ण जी मनमोहन जी के मंत्रिमंडल में थे इसलियें उनके तो अक़ल हो ही नहीं सकती इसलिए नकल में भी अक़ल नहीं लगने से उन्होंने दुसरे देश का मान बढ़ाया तो अपने देश का अपमान कर दिया ,
राजथान में अमीन खान एक मंत्री जी को उनकी गलती के लियें हटाया हे लेकिन क्या अन्तराष्ट्रीय स्तर पर देश का मान सम्मान अपमानित करने वाले इन मंत्री कृष्णा जी को क्या मनमोहन सरकार हटाएगी क्या उनकी इस भयंकर गलती की सजा उन्हें मिलेगी या फिर दूसरा करे तो गलती अपना करे तो माफ़ी वाले सिद्धांत के तहत इन की सी गलती को नजर अंदाज़ कर दिया जाएगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक प्रताड़ित महिला का अनोखा विरोध

दोस्तों हमारे देश में महिला उत्पीडन और पत्नी उत्पीडन के साथ साथ पतिउत्पीडन के भी अनेक किस्से चर्चित रहे हें लेकिन इन दिनों कोटा की एक विवाहिता ने अपने गाँव में ससुराल वालों के खिलाफ बिना कोई मुकदमा दर्ज कराए साथ रखने की जिद पर अनशन कर नया विरोध शुरू किया हे ।
दोस्तों आम तोर पर महिला से झगड़ा होता हे वोह थाने जाती हे और थाने जाकर दहेज़ प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करा देती हे लेकिन इससे पति और ससुराल पक्ष में कडवाहट आ जाती हे और रिश्ता फिर गुस्से और बदले की भेंट चढ़ जाता हे जिन रिश्तों में कल शहद घुलता था उन रिश्तों में जहर घुल जाता हे और नतीजा अलगाववाद तबाही और बर्बादी के सिवा कुछ नहीं होता इस समस्या को देख कर अंतर्राष्ट्रीय दबाव में हमारे देश में घरेलू हिंसा अधिनियम लागु किया गया पुलिस और प्रोटेक्शन अधिकारी की नियुक्ति का प्रावधान रख कर निर्देश दिए गये के हर घर में इस मामल की खुद जाकर जांच की जायेगी के कहीं कोई महिला पीड़ित तो नहीं हे लेकिन सरकारें हें कानून किताबों रह जाता हे और लागू नहीं होता शरीफ सज्जन घरेलू महिलाएं तो तडपती रहती हे सिसकती रहती हे और जिनके पास रुपया होता हे वोह इन कानूनों का दुरूपयोग कर फायदा उठाना चाहते हें और इस तरह के कानूनों की फिर आलोचना शुरू हो जाती हे खेर यह तो हुई कानून और सरकार की बात लेकिन एक महिला जो इटावा के थाना इलाके के गाँव बमुलिया की बहु हे उसके ससुराल पक्ष ने उसे घर से निकाल दिया इस महिला ने पहले तो पुलिस के जरिये खुद को ससुराल में रहने की इजाजत दिलवाने का प्रयास किया लेकिन जब घरेलू हिंसा कानून में प्रावधान होने के बावजूद भी पुलिस ऐसा नहीं कर सकी तो पीड़ित महिला ने थाने में दहेज़ का या प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराने की भूल नहीं की उसने ससुराल के बाहर पहले तो घर में जाने की कोशिश की फिर बाहर ही भूख हडताल शुरू कर दी और दो दिन की इस हडताल के बाद इटावा थानाधिकारी को मजबूरी में समझाने के लियें फिर जाना पढ़ा लेकिन इस महिला के इस रवय्ये से अब ससुराल वाले पशोपेश में हे क्योंकि महिला ने मुकदमा भी दर्ज नहीं कराया और उनके पास उसे छोड़ने का भी कोई बहाना नहीं हे इस बहु का ससुराल के खिलाफ अनशन अनूठा आन्दोलन हे ............................ । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

वेलेंटाइन दिन पर हिन्दू कट्टरों ने पासा पलटा

पिछले कुच्छ सालों से वेलेंटाइन डे को भारतीय संस्क्रती के खिलाफ प्रचारित कर देश भर में तोड़ फोड़ हिंसा करने वाले हिंदूवादी सन्गठन के नेता विनोद वेश्य ने कहा हे के हम इसका विरोध नहीं करेंगे लेकिन इस मामले हमने इस दिन नग्नता और अश्लीलता से बचने के लियें कई स्थानों को पत्र लिखे हें ।
दोस्तों आप को पता होगा के देश का भोला भाला नोजवान यही सोचता रहा था के कट्टरवादी हिन्दू सन्गठन राष्ट्र भक्ति और देश की संस्क्रती बचाने के लियें वेलेंटाइन दिन का विरोध करता हे टोलियाँ बनाता हे और पार्कों सडकों दुकानों पर जाकर मार पित तोड़फोड़ करता हे लेकिन पिछले दिनों भोपाल और दूसरी जगहों पर कट्टर पंथी हिन्दू नेताओं के खिलाफ वेलेंटाइन कार्ड बेचने वाले लोगों ने गुप्त योजना बनाई और कट्टर पंथी नेता जो हर बार हमला करने के पूर्व चोथ वसूली की मांग किया करते थे उन नेताओं के खिलाफ स्टिंग ओपरेशन किया उनके बयान उनके प्रस्ताव रिकोर्ड किये जिसमें हिन्दू वादी नेताओं को कार्ड विक्रेताओं से रिश्वत की राशी मांगते हुए बताया गया था ओर कहा जा रहा था के अगर रूपये मिल गये तो ठीक नहीं तो तोड़ फोड़ पक्की हे बस कुछ लोग ब्लेकमेलिंग में आज भी जेल में हें बात मीडिया के माध्यम से सारे देश को पता चल गयी के क्यों वेलेंटाइन का विरोध होता हे सो अब ब्लेकमेलिंग की पोल खुलने के बाद पासा पलट दिया गया हे ।
दोस्तों कल वेलेंटाइन दिवस हे में भी पुराने हिंदूवादी ख्यालात का हूँ इस दिन को बहुत ज्यादा तरजीह नहीं देता और देना भी नहीं चाहिए लेकिन देश में सभी तरह के लोग हें इन दिनों इंटरनेट मेसेज का जमाना हे और मोबाईल मेसेज से लेकर अख़बार विज्ञापनों के माध्यम से इस दिन को कमाई का जरिया बना रहे हे ऐसे में देश के लियें और शर्म की बात हो गयी हे खेर साथ बेतों एक दुसरे को मुबारकबाद दो प्यार दो प्यार लो तक तो यह दिन ठीक हे लेकिन इस दिन के नाम पर फ़िज़ूल खर्ची और अश्लीलता ना काबिल बर्दाश्त होना चाहिए अंग्रेजी संत बाबा वेलेंतैन ने कभी भी अश्लीलता को बढावा नहीं दिया कभी फ़िज़ूल खर्ची की बात नहीं कही बस प्यार का संदेश दिया हे संदेश सिर्फ इतना सा हे के प्यार जाति धर्म समुदाय विचारधारा से उपर उठा हुआ होता आहे और जहाँ प्यार होता हे वहां इसरार होता हे भाईचारा सद्भावना होता हे हमारे देश में यही संदेश हे के बालिग़ लोग अपनी मर्जी से विवाह रचा सकते हें इसका संदेश केवल मर्जी के विवाह तक हे विवाह के पूर्व या बाद में अश्लीलता या जारता अय्याशी करने का नहीं हे और यह सब संदेश मिस्र से आया था जहां आज क्रान्ति ने अपना नया इतिहास बनाया हे अगर हम वेलेंटाइन बाबा का संदेश मान सकते हें तो हमारे देश को भ्रस्ताचार और भर्स्ट नेताओं से बचाने के लियें क्या वहन की क्रान्ति की मिसाल का अनुकरण नहीं कर सकते शायद हाँ शायद नहीं ..................... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

चीन की भारत सहित पड़ोसी देशों को ललकार

भारत के टुकड़ों पलने वाला चीन का साहस अब इतना बढ़ गया हे के वोह दबे अल्फाजों में चीन की फोज को चेता रहा हे के चीन को भारत सहित दुसरे पड़ोसी देशों से युद्ध के लियें तय्यार रहें चीन ऐसा इसलियें कर रहा हे के उसने हमारे देश के मोम के पुतले भ्रष्ट नेताओं की ओकात देख ली हे ।
चीन की इस अपमानकारी बचकानी ललकार का अगर वक्त रहते हमारे देश ने मुंह तोड़ जवाब नहीं दिया तो उसके होसले और बुलंद होते जायेंगे लेकिन शायद ऐसा होगा नहीं क्योंकि हमारा देश इस मामले में पहले अमेरिका से पूंछेगा और फिर अमेरिका जो कहेगा हमारे नेता बस वही करेंगे जब हमारे देश का यह हाल हे तो फिर हमारे देश में हमारा अपना क्या हे हमारी जनता का क्या हे । दोस्तों चीन ऐसा हमारे कठपुतली नेताओं के कारनामे देख कर कह सकता हे लेकिन चीन शायद भूल गया हे के यह देश और इस देश के वासी मिटटी के माधो को चाहे प्रधानमन्त्री बना देंगे लेकिन देश उनके भरोसे नहीं छोड़ेंगे अभी हमारे देश के नो जवानों से लेकर महिला , बच्चों और बूढों में इतनी ताकत हे के चीन अगर हमारे देश की तरफ आँख भी उठाकर देखने की जुर्रत करेगा तो हम उनकी आँखें निकल लेंगे , यह भारत पहले वाला भारत नहीं हे यहाँ नेता कमजोर हो सकते हें सत्ता कमजोर हो सकती हे लेकिन देश आज भी एकजुट मजबूत हे वो हर मुसीबत हर युद्ध का मुकाबला करने को तय्यार हे इसलियें दोस्तों चीन ने यह मुंग और मसूर की दाल वाली जो बात कही हे उसका मुंह तोड़ जवाब देने की तय्यारी कर लेना चाहिए ॥ अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

न्याय के महंगे होने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत भडके

देश में न्याय को मोती फ़ीस लेने वाले वकीलों ने महंगा बना दिया हे और गरीब आदमी के लियें इलाज और न्याय एक सपना बनता जा रहा हे कल जयपुर में आयोजित विधि सम्मेलने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी वकीलों को फटकर लगते हुए गरीबों को कम शुल्क पर न्याय देने की बात कही ।
वकीलों के एक फ़ीस टेरिफ के अनुसार अभिषेक मनु सिंघवी,राम जेठ मलानी सहित कई ऐसे वकील हें जो एक दिन की सुनवाई के २५ लाकह रूपये लेते हें ऐसे में गरीब आदमी किसी आच्चे वकील को तो कर ही नही सकता गहलोत ने कहा के यह तो विधिक न्यायिक प्राधिकरण के जरिये ही न्याय प्राप्त कर सकता हे गहलोत ने वकीलों से आह्वान किया के वोह गरीबों को मुफ्त विधिक सहायता और मुफ्त नहीं तो कमसेकम न्यूनतम शुल्क पर न्याय दिलवाएं ।
केन्द्रीय विधि मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा के यह एक गम्भीर बात हे और इसके लियें हम केंदिरी स्तर पर कानून बनाने की बात कर रहे हें ताकि न्याय सभी के लियें हो सके और सभी को न्याय दिलवाने में सरकार कामयाब हो सके कोंग्रेस विधि प्रकोष्ट की तरफ से आयोजित इस सम्मेलन में कोंग्रेस से जुड़े वकीलों का यह सम्मेलन हुआ जिसमें कई कोंग्रेस के वकील नदारद देखे गये और प्रदेश विधि प्रकोष्ट के लोगों की इस मामले में कई शिकायतें और निजी विवाद भी सामने आये हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें